शिकायत की जांच करने पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधिकारी
सरकार ने गांव सठला में पशुपालकों को उनके पशुओं को चिकित्सा सुविधा देने के लिए अस्पताल बनवाकर दिया था, लेकिन उसकी हालत जर्जर हो चुकी है। पशु चिकित्सक...
मवाना। संवाददाता
सरकार ने गांव सठला में पशुपालकों को उनके पशुओं को चिकित्सा सुविधा देने के लिए अस्पताल बनवाकर दिया था, लेकिन उसकी हालत जर्जर हो चुकी है। पशु चिकित्सक के नहीं आने से अस्पताल पर हर समय ताला लगा रहता है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने सीएम हेल्पलाइन पर की थी। रविवार को उक्त प्रकरण की जांच करने पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने ग्रामीणों ने वार्ता कर उसकी समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया और जर्जर भवन का निरीक्षण भी किया। ग्रामीणों ने दूसरा भवन बनवाने और चिकित्सक की मांग की है।
गांव सठला में करीब बीस वर्ष पहले बनाए गए पशु चिकित्सालय की हालत इस समय जर्जर हो चुकी है जिस कारण वहां चिकित्सक बैठने को तैयार नहीं है। इस मामले में ग्रामीणों द्वारा कई अफसरों से भी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कुछ नहीं हुआ। ग्रामीण साजिद ने बताया कि पशु चिकित्सालय में पिछले दो वर्षों से चिकित्सक आने में लापरवाही कर रहे हैं। गांव में कभी-कभी हाजरी देने के लिए चिकित्सक आ जाता है। पशुपालकों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में कोई सुनवाई न होने पर मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर की गई थी। ग्रामीणों की शिकायतों पर रविवार को गांव सठला पहुंचे मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अनिल कुमार ने जर्जर भवन का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से समस्याएं पूछी। ग्रामीणों ने पशु चिकित्सक होने के बाद भी गांव में न आने का आरोप लगाया। इस पर मुख्य पशु चिकित्सक ने तैनात पशु चिकित्सक संजीव कुमार से फोन पर वार्ता करते हुए समय से गांव में नहीं आने का कारण पूछा। साथ ही फटकार लगाते हुए समय से केन्द्र पर आने और ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करने को कहा।
सठला पशु चिकित्सालय से जुड़े हैं कई गांव
ग्रामीणों ने बताया कि पशु चिकित्सालय से आसपास के गांव के पशु पालक निर्भर हैं, लेकिन यहां पर कोई भी चिकित्सक अपनी सेवा समय से नहीं देने के कारण अधिकतर समय यह बंद पड़ा रहता है। इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
इन्होंने कहा
मुख्य पशु चिकित्सक अनिल कुमार ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन पर की गई शिकायत की जांच करने के लिए रविवार को वह गांव सठला गए थे। चिकित्सक के नहीं आने की शिकायत पर उनसे समय से गांव पहुंचने के निर्देश दिए। कहा कि जर्जर भवन के लिए शासन को रिपोर्ट भेजने का ग्रामीणों को आश्वासन दे दिया गया है।
