दुकानदार पर थूकने-काटने का मामला निकला झूठा, तीन गिरफ्तार

कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव लखवाया में दुकानदार पर मौलाना द्वारा थूकने और काटने का मामला पुलिस जांच में झूठा पाया गया। पता चला कि दुकानदार ने एक शख्स के कहने पर माहौल भड़काने के लिए इस तरह के आरोप...

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Newswrap हिन्दुस्तान टीम , मेरठ
Mon, 6 Apr 2020 2:31 AM

कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव लखवाया में दुकानदार पर मौलाना द्वारा थूकने और काटने का मामला पुलिस जांच में झूठा पाया गया। पता चला कि दुकानदार ने एक शख्स के कहने पर माहौल भड़काने के लिए इस तरह के आरोप लगाए और सिक्के से चोट जैसे निशान बना लिए। पुलिस ने इस मामले में दो मुकदमे दर्ज करते हुए दुकानदार सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

गांव लखवाया में अरुण की परचून की दुकान है। शनिवार रात पड़ोसी नईमुददीन बीड़ी का बंडल लेने इस दुकान पर गया। 10 रुपये के बंडल के 12 रुपये लेने पर दोनों के बीच विवाद हो गया। इस पर अरुण पक्ष ने नईमुद्दीन की पिटाई कर दी। नईमुद्दीन ने थाने पर पिटाई की तहरीर दी। इस पर पुलिस ने हाथोंहाथ मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद अरुण ने भी थाने पहुंचकर सूचना दी कि मौलाना नईमुद्दीन ने उसके ऊपर थूका और काट लिया। कोरोना जैसे माहौल में उसने नईमुद्दीन पर कई आरोप लगाए। कंकरखेड़ा पुलिस जांच के लिए गांव पहुंची। पता चला कि दुकानदार का नईमुद्दीन से केवल दो रुपये को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस ने पाया कि लॉकडाउन के बीच अरुण ने दुकान खोल रखी थी। वहां गांव का ही तरुण भी मौजूद था। पुलिस के अनुसार, दुकानदार ने स्वीकारा है कि नईमुद्दीन ने उसके ऊपर नहीं थूका, बल्कि अपने ऊपर हुए मारपीट के मुकदमे को खत्म करने के लिए उसने तरुण के कहने पर नईमुद्दीन पर ऐसे आरोप लगाए थे।

उसने यह भी स्वीकारा कि तरुण ने ही सिक्के से उसके शरीर पर चोट जैसे निशान बनाए थे, जिससे नईमुद्दीन पर काटने का आरोप पुख्ता हो सके। पुलिस ने अरुण, मनोज और तरुण गुर्जर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। इंस्पेक्टर बिजेन्द्रपाल राना ने बताया कि तीनों आरोपी गांव में माहौल भड़काना चाह रहे थे। तीनों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।

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Nayimuddin Arun Manoj Lakhwaya
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