मेरठ। मुख्य संवाददाता
गुरुवार को कैंट बोर्ड की बैठक में एक और ऐतिहासिक कार्य हुआ। करीब दो दशक से अधिक समय से कैंट में किसी संपत्ति की रजिस्ट्री नहीं हो सकी है। कैंट में सारी संपत्ति भारत सरकार की है। मामला हाईकोर्ट तक भी जा पहुंचा। किसी व्यक्ति की बेटी की शादी होनी है तो किसी की संपत्ति को लेकर दिक्कत आ रही है। अब कैंट बोर्ड सीईओ ने 11 ऐसे मामलों में रजिस्ट्री के मामले को बोर्ड में रखा। बोर्ड ने सर्वसम्मति से सरकार और जनता के हित में रजिस्ट्री की अनुमति प्रदान कर दी। कैंट बोर्ड सीईओ ने धर्मपुरी, टंकी मोहल्ला, टंडेल मोहल्ला, बीसी बाजार, मैदा मोहल्ला, कबाड़ी बाजार, ढोलकी मोहल्ला, जामुन बाजार आदि के 11 भवनों की रजिस्ट्री को अनुमति प्रदान कर दी। इसके लिए उपाध्यक्ष विपिन सोढ़ी, पूर्व उपाध्यक्ष बीना वाधवा आदि ने सीईओ का आभार व्यक्त किया।
2016 की नियमावली से चलेगा डोर टू डोर कूड़ा उठाने का ठेका
कैंट बोर्ड के डोर टू डोर कूड़ा एकत्र करने वाले ठेकेदार को 2016 सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के रूल्स के हिसाब से ठेका चलाने के निर्देश दिए गए हैं। यह ठेका तीन साल के लिए होगा।
रिनी जैन ने तोपखाना वाला गेट का मामला उठाया
वार्ड-1 की सदस्य रिनी जैन ने तोपखाने के बंद गेट को सेना द्वारा खुलवाने का अनुरोध किया। उनका कहना था कि जनता को इससे बहुत दिक्कत हो रही है। कमांडर ने इस पर उचित कार्रवाई की बात कही।
अंदर विधायक के साथ, बाहर अलग
कैंट बोर्ड सदस्य बुशरा कमाल ने टोल के मामले में तो विधायक के साथ अन्य छह सदस्यों के साथ समर्थन किया। वहीं बाहर आने पर उन्होंने कहा कि वह भाजपा की सदस्य नहीं हैं। भाजपा से उनका कोई मतलब नहीं है। जनहित के कारण समर्थन किया था।
कर्मचारियों की दिक्कत बताते हुए भावुक हुए सीईओ
कैंट बोर्ड सीईओ नवेंद्र नाथ आय न होने पर बोर्ड कर्मचारियों की सैलरी व पेंशन आदि की समस्या बताते हुए भावुक हो गए। उनका कहना था कि कोरोना काल के सबसे बड़े योद्धा सफाई कर्मचारियों की तनख्वाह का संकट है। रिटायर हुए 206 कर्मचारियों को पिछले कई वर्षों से ग्रेच्युटी आदि का भुगतान नहीं हो पा रहा। उन्हें रोजाना सबके दर्द सुनने पड़ते हैं, लेकिन कोई हल नज़र नहीं आ रहा।
ये रहे बैठक में मौजूद
बोर्ड बैठक में बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर राठौड़ कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, उपाध्यक्ष विपिन सोढ़ी, एडम कमांडेंट व अन्य सैन्य अधिकारी और सिविल सदस्यों में रिनी जैन, बुशरा कमाल, बीना वाधवा, नीरज राठौड़, अनिल जैन, मंजू गोयल, धर्मेंद्र सोनकर व प्रशासनिक सदस्य एडीएम सिटी व कार्यालय अधीक्षक जयपाल तोमर शामिल हुए।