श्रीमद्भागवत कथा में बही श्रद्धा की बयार
देव मंदिर मोदीपुरम में बुधवार को श्रीमद्भागवत कथा में तीसरे दिन कथा व्यास आचार्य नारायणाचार्य ने शुक्रदेव की जन्म की कथा सुनाते हुए भागवत की रचना का सुंदर शब्दों में वर्णन...
देव मंदिर मोदीपुरम में बुधवार को श्रीमद्भागवत कथा में तीसरे दिन कथा व्यास आचार्य नारायणाचार्य ने शुक्रदेव की जन्म की कथा सुनाते हुए भागवत की रचना का सुंदर शब्दों में वर्णन किया।
उन्होंने सती का चरित्र वर्णन करते हुए बताया कि सती की कथा से मानव को सीख लेनी चाहिए कि किसी भी व्यक्ति के यहां बिना बुलावे के नहीं जाना चाहिए क्योकि बिना बुलावे के पिता के घर जाने पर सती का अपमान हुआ था और उनको अपनी देह अग्नि कुंड में समर्पित करनी पड़ी थी। इसके बाद कथा व्यास ने ध्रुव चरित्र पर प्रकाश डालते हुए जड़भरत की कथा सुनाई। उन्होने जड़भरत के तीनों जन्मों की कथा सुनाई। कथा में राधा-कृष्ण के सुंदर भजनों पर श्रोता झूम उठे। कथा के यजमान राजबहन ने विधि विधान के साथ पूजा अर्चना सम्पन्न कराई।