ऑक्सीजन सिलेंडर पाने को दिनभर खाई लाठियां
मेरठ में ऑक्सीजन सिलेंडर पाने के लिए हर रोज लोगों को पुलिस की लाठियां खानी पड़ रही हैं। अग्रवाल गैसेज पर 24 घंटे से सिलेंडर न मिलने से गुस्साए लोगों...
मेरठ। वरिष्ठ संवाददाता
मेरठ में ऑक्सीजन सिलेंडर पाने के लिए हर रोज लोगों को पुलिस की लाठियां खानी पड़ रही हैं। अग्रवाल गैसेज पर 24 घंटे से सिलेंडर न मिलने से गुस्साए लोगों ने हंगामा किया तो पुलिस ने लाठियां फटकारकर भीड़ को तितर-बितर किया। कृष्णा गैसेज पर कालाबाजारी का आरोप लगाकर हंगामा किया।
पिछले कई दिन से होम आइसोलेट वाले मरीजों के परिजनों को परतापुर थान के सामने अग्रवाल गैसेज से ऑक्सीजन सिलेंडर बांटे जा रहे थे। यहां शुक्रवार को ही ऑक्सीजन समाप्त हो गई थी। लोग इस आस में बैठे रहे कि शनिवार को ऑक्सीजन आएगी तो सिलेंडर मिल जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शनिवार को यहां ऑक्सीजन नहीं आई। दोपहर बाद यहां एकत्र सैकड़ों लोगों के सब्र का बांध टूट गया। लोगों ने हंगामा करते हुए गेट बजाना शुरू कर दिया। नारेबाजी करने लगे। सूचना पर पुलिस पहुंची। भीड़ को समझाने का प्रयास किया लेकिन बेकाबू भीड़ नहीं मानी तो पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ी। इसके बाद लाइन बनवाई गई। हालांकि गैस नहीं आने से लोगों को निराश लौटना पड़ा।
उधर, परतापुर क्षेत्र स्थित कृष्णा गैसेज पर भी हंगामा हुआ। लोगों का आरोप था कि यहां ऑक्सीजन सिलेंडरों की कालाबाजारी हो रही है। सरकारी वाहनों को पलभर की देरी किए बिना सिलेंडर दिए जा रहे हैं जबकि आम पब्लिक को कई-कई घंटे लाइन में लगना पड़ रहा है। एक व्यक्ति ने पुलिस गाड़ी की वीडियो डालकर यह बताया कि पुलिस ही कालाबाजारी करा रही है। हालांकि मेरठ पुलिस ने ट्वीट कर ऐसे आरोपों का खंडन किया।
अस्पतालों ने देरी से ऑक्सीजन मिलने का मुद्दा उठाया
अस्पतालों की लगातार शिकायतें आ रही हैं कि उन्हें गैस प्लांट से ऑक्सीजन सिलेंडर मिलने में कई-कई घंटे की देरी हो रही है। इस वजह से कई बार मरीजों की ऑक्सीजन बीच में खत्म हो जाती है और उनकी जान पर बन आती है। धनवंतरी हॉस्पिटल के अनुसार, दोपहर 2 बजे से उनकी गाड़ी बिजौली प्लांट पर खड़ी हुई थी, लेकिन शाम 7 बजे तक भी ऑक्सीजन नहीं दी गई। सुबह जो 15 सिलेंडर मिले, वह दोपहर 2 बजे तक खत्म हो गए। एसडीएस ग्लोबल हॉस्पिटल की गाड़ी भी चार घंटे बाद भरी जा सकी। यही स्थिति आनंद हॉस्पिटल के साथ आई। हॉस्पिटल प्रशासन का कहना है कि उन्हें तुरंत ऑक्सीजन मिलनी चाहिए, तभी वह मरीजों को बचा पाएंगे।
15 टन ऑक्सीजन मिली
ऑक्सीजन वितरण के नोडल अधिकारी एवं एडीएम सिटी अजय कुमार तिवारी ने बताया कि शनिवार को कंसल गैस से 1503 और बिजौली प्लांट से 1459 सिलेंडरों की आपूर्ति की गई। 24 घंटे में कुल 2962 ऑक्सीजन सिलेंडर वितरित किए गए। इसके अलावा एक मई की शाम पांच बजे तक मेरठ में बिजौली प्लांट को 5 टन व कंसल गैस को 10 टन ऑक्सीजन प्राप्त हुई है।
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