प्रतिद्वंदता में हो रही शिकायत पर बेवजह न करें परेशान : एडीजी
मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि तेल से जुड़े अपराधों को चार श्रेणियों में बांटा गया है। वेस्ट यूपी के सभी जनपदों के एसएसपी को केंद्र सरकार का सर्कुलर भेजा है, जिसमें दंड का मानक तय किया गया...
मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि तेल से जुड़े अपराधों को चार श्रेणियों में बांटा गया है। वेस्ट यूपी के सभी जनपदों के एसएसपी को केंद्र सरकार का सर्कुलर भेजा है, जिसमें दंड का मानक तय किया गया है। उन्होंने सभी एसएसपी को यह भी निर्देश दिया है कि व्यवसायिक प्रतिद्वंद्विता में होने वाली शिकायतों की आड़ में किसी कारोबारी का उत्पीड़न न किया जाए। ऐसे मामलों में अच्छे ढंग से प्रारंभिक जांच करने पर ही अग्रिम कार्रवाई हो।
सोमवार को मीडिया से बातचीत में एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि तेल से संबंधित अपराध चार श्रेणी में आते हैं। इसमें घटतौली, मिलावटी तेल बिक्री, डिपो से निकलने वाले टैंकर से रास्ते में तेल निकालना और पाइपलाइन में पंक्चर करके तेल चोरी करना प्रमुख है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वर्तमान सरकार के ढाई साल में पाइपलाइन से तेल चोरी की कोई घटना सामने नहीं आई है। एडीजी ने कहा, बीस दिन पहले मेरठ में तेल का अवैध भंडारण और मिलावटी तेल बेचने की शिकायतें सामने आईं। इसमें पुलिस ने कठोर कार्रवाई की। उच्च गुणवत्ता वाली लैब से इस तेल का परीक्षण कराया जा रहा है।
एडीजी ने कहा कि तेल से जुड़े गोरखधंधों को रोकने के लिए केंद्र सरकार का एक्ट है। इस एक्ट का सर्कुलर सभी एसएसपी को भेजा गया है। निर्देश दिया गया है कि अपने-अपने जिले के डीएम से समन्वय कर पेट्रोल पंपों की जांच कराएं। यह भी कहा है कि इन मामलों की विवेचना में कोई प्रक्रियात्मक भूल न हो जाए, जिससे कोई माफिया बच जाए। साथ ही सभी एसएसपी को यह भी अवगत कराया है कि कभी-कभी कुछ शिकायतें तेल कारोबार में प्रतिद्वंद्विता के कारण की जाती हैं। उसकी आड़ में किसी व्यापारी का उत्पीड़न न हो। मेरठ के वर्तमान प्रकरणों में एसआईटी सुबूत जुटा रही है। आगे भी इस तरह की कठोर कार्रवाई साक्ष्यों के आधार पर होती रहेगी। एसएसपी को निर्देश दिए गए हैं कि केंद्र सरकार के एक्ट पर क्राइम मीटिंग में चर्चा हो।