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30 दिन, 1802 नए केस, 29 की मौत

मेरठ जिले में एक बार फिर कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह हो गई है। 30 दिन में 1802 नए कोरोना संक्रमण के केस और 29 लोगों की मौत। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था की कहानी कह रहा है। न कहीं सोशल...

30 दिन, 1802 नए केस, 29 की मौत
हिन्दुस्तान टीम,मेरठMon, 31 Aug 2020 03:24 AM
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मेरठ जिले में एक बार फिर कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह हो गई है। 30 दिन में 1802 नए कोरोना संक्रमण के केस और 29 लोगों की मौत। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था की कहानी कह रहा है। न कहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता दिख रहा है और न ही मास्ट और सैनेटाइजर का प्रयोग। आदेश का सख्ती से पालन बिल्कुल नहीं। आम लोगों की लापरवाही तो है ही। बाजार खुले नहीं कि सब सड़क पर।

मेरठ जिले में 31 मई तक लॉकडाउन में काफी कुछ नियंत्रित था। 31 मई तक जिले में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 433 थी। 27 लोगों की मौत हुई थी। तब लोगों को लग रहा था कि मेरठ की स्थिति खराब हो रही है। उसके बाद सरकार ने एक जून से अनलॉक-1 लागू कर दिया। 30 जून तक कोरोना का संक्रमण थोड़ा अनलॉक हुआ। जिले में संख्या पहुंच गई। 1001 और मौत का आंकड़ा 70 हो गया। लोगों को थोड़ी चिंता हुई। बाजार और थोड़ा खुल गया। अब एक जुलाई से अनलॉक-2 शुरू हुआ। जुलाई के 31 दिनों में विशेष अभियान भी चला। संक्रमितों की संख्या 2136 हो गई। 89 लोगों की मौत हुई। एक अगस्त से अनलॉक-3 लागू हुआ। स्कूल-कालेज, सिनेमा हॉल आदि छोड़ कर बहुत कुछ अनलॉक हो गया। कोरोना भी मार्च के बाद अगस्त में बिल्कुल अनलॉक हो गया। कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 3938 हो गई। 118 लोगों की मौत। अर्थात 30 दिन में 1802 नए केस और 29 लोगों की मौत। शासन, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लगातार बैठकें कर रहे हैं। सभी बैठकों में सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन कराने का आदेश दिया जा रहा है। पालन नहीं हो रहा है। अब तो 55 घंटे का प्रतिबंध भी बाजार और दुकानों की साप्ताहिक बंदी जैसा हो गया है। सड़कों पर ऐसी भीड़, जैसे आम दिनों की तरह। पुलिस की चेकिंग नाममात्र की। मजिस्ट्रेट और पुलिस की पहले वाली चेकिंग भी अब नहीं दिख रही।

अब फिर से कराई जाएगी सख्ती

अगस्त में केस बढ़े हैं। सैंपलिंग भी बढ़ाया गया है, लेकिन अगस्त महीने में केस बढ़ना चिंता की बात है। लोगों को खुद समझना होगा कि कोरोना खलतम नहीं हुआ है। सतर्कता, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ही होगा। इसमें कोई छूट नहीं है। अब फिर से सख्ती कराई जाएगी

- अनिल ढींगरा, डीएम।

चिंता की बात है इतने केस बढ़ना

निश्चित तौर से यह चिंता की बात है कि अचानक अब 95, 115 केस आ रहे हैं। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को अब सख्ती करनी चाहिए। साथ ही आम लोगों को भी चीजों को समझना चाहिए। कोरोना से लड़ना है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है

- राजेन्द्र अग्रवाल, सांसद।

मैनें तो प्रभारी मंत्री से भी शिकायत की थी

गांवों में न तो सैनिटाइज कराने का काम हो रहा है और न ही जांच सही ढंग से हो रही है। मैनें तो प्रभारी मंत्री से इसकी शिकायत की थी। कोरोना केस अचानक बढ़ना चिंता की बात है। इसे रोका जाना चाहिए

- सत्यवीर त्यागी, विधायक।

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