मेरठ/मवाना। हिटी
फलावदा में एक बिरादरी के लोगों पर हुए हमले के विरोध में गुरुवार को पंचायत की गई, जिसमें 250 परिवारों ने सामूहिक रूप से पलायन करने का निर्णय लिया। इसके बाद सभी ने अपने मकानों में मकान बिकाऊ है लिख दिया। पंचायत में पीड़ितों ने कहा कि मोहल्ला बंजारन में तीन दिन पहले बंजारों के घरों में घुसकर गोली चलाने वाले हमलावरों की धरपकड़ नहीं हो सकी है। कोई सुरक्षा नहीं होने और आरोपियों के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर सकी। उधर, इसकी जानकारी होने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया।
फलावदा कस्बे में मंगलवार रात बंजारन मोहल्ले में हुई फायरिंग के मामले में शमीम पक्ष के 12 लोग गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों का मेरठ और दिल्ली के हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। पीड़ित पक्ष शमीम की तहरीर पर बुधवार को नौ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के बावजूद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर क्षुब्ध पीड़ित पक्ष के हाजी पीरू, काला, यामीन, शाहिद कुरैशी, सलीम, इकबाल, हाफिज सद्दाम, मुंशी, सोनू, बक्शी आदि ने गुरुवार सुबह पंचायत की। पंचायत में निर्णय लिया कि वह अपने मकानों को बेचकर पलायन कर जाएंगे। पंचायत के बाद उन्होंने कहा कि आरोपी पक्ष कई महीनों से उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा था। उधर, पंचायत के निर्णय की जानकारी जैसे ही पुलिस को लगी तो हड़कंप मच गया। थाना प्रभारी शिववीर भदौरिया मय फोर्स पीड़ित पक्ष के घर पहुंचे और समझा-बुझाकर मकानों पर बिकाऊ है लिखा मिटाने को कहा, लेकिन पीड़ित पक्ष नहीं माना।
पुलिस घटनास्थल तक नहीं आई : हाजी पीर
हाजी पीर ने बताया कि तहरीर देने के बाद पुलिस ने पीड़ित पक्ष की समस्या सुनना तो दूर एक बार भी मोहल्ले में आकर नहीं देखा। आरोपी पक्ष परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। ऐसे में पूरे मोहल्ले में दहशत है। बंजारों के सभी 250 परिवार कस्बा छोड़ने पर मजबूर हैं। पुलिस कोई सुनवाई नहीं कर रही है, इसलिए गांव छोड़कर जाना पड़ेगा।
पुलिस को लौटाया
मोहल्ला बंजारन में घरों पर मकान बिकाऊ है लिखवाने की सूचना कप्तान तक पहुंची। इसके बाद थाना पुलिस मौके पर दौड़ी। कार्रवाई का आश्वासन देते हुए मकान बिकाऊ लिखा मिटाने का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने पुलिस को वापस लौटा दिया।