धार्मिक और सामाजिक सेवाओं की प्रतिमूर्ति थे विसुन जी
धार्मिक और सामाजिक सेवाओं की प्रतिमूर्ति थे विसुन जी बरनवाल। वे अपने जीवन में सदैव श्री हनुमान जी महाराज को ईश मानकर उनकी पूजा अर्चना करते...
मऊ। धार्मिक और सामाजिक सेवाओं की प्रतिमूर्ति थे विसुन जी बरनवाल। वे अपने जीवन में सदैव श्री हनुमान जी महाराज को ईश मानकर उनकी पूजा अर्चना करते रहे। स्वर्गीय बर्नवाल अति विनम्र तथा सौम्य स्वभाव के धनी थे। वे अपने कर्तव्यों के प्रति सदैव सजग रहा करते थे। यह बातें श्री हनुमत कृपा सेवा समिति एवं श्री सुंदरकांड पाठ परिवार के प्रमुख डॉक्टर रामगोपाल गुप्ता ने नगर के काजी टोला गोला बाजार स्थित स्व.विसुन जी बरनवाल के आवास पर सुंदरकांड पाठ परिवार द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा में कही। उन्होंने कहा कि जब से जनपद में सुंदरकांड पाठ परिवार ने कदम रखा तबसे निरंतर अनवरत रूप से प्रत्येक मंगलवार व शनिवार को वे सुंदरकांड का पाठ पूरी तन्मयता से किया करते थे। इस अवसर पर हनुमानगढ़ी मंदिर बाल निकेतन रेलवे क्रॉसिंग के प्रमुख श्री राम लोहिया ने कहा कि स्वर्गीय बरनवाल ने हम सबको श्री हनुमान जी के प्रति सच्ची प्रेम और श्रद्धा का पाठ पढ़ा कर गए, उनके निधन से पाठ परिवार की अपूरणीय क्षति हुई है। इस अवसर पर पाठ परिवार के अजय कुमार गुप्ता, तरुण कुमार, आनंद कुमार गुप्ता, अनिल कुमार शर्मा, जय कृष्ण उपाध्याय, अरुण कुमार शर्मा, संजय कुमार गुप्ता, अर्जुन राजभर, रवि कुमार वर्मा, किशुन प्रसाद बरनवाल, वशिष्ठ प्रसाद बरनवाल आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में स्व.बरनवाल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर गतात्मा की की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना की गई।