सरयू के जलस्तर में वृद्धि जारी, सहमे लोग
Mau News - दोहरीघाट में सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जो खतरा बिंदु 69.90 मीटर से 28 सेमी ऊपर पहुँच गया है। ग्रामीणों में चिंता फैल गई है क्योंकि बाढ़ का पानी खेतों और गांवों की ओर बढ़ रहा है। किसानों की...
दोहरीघाट। सरयू नदी के जलस्तर में वृद्धि का क्रम लगातार जारी है। हालांकि, वृद्धि की रफ्तार में कमी आई है, लेकिन उफान तेज हो गया है। उफनती लहरों से निकल रही भयंकर गर्जना की आवाज सुनकर रोंगटे खड़े हो जा रहे हैं। बीते 24 घंटे में तीन सेमी बढ़कर नदी का जलस्तर 70.18 मीटर पर पहुंचा गया है, जो खतरा बिंदु 69.90 मीटर से 28 सेमी ऊपर बह रही है। बाढ़ का पानी गांवों की तरफ बढ़ने से ग्रामीणों में खलबली मच गई है। वहीं, बंधों के नीचे खेतों में बाढ़ का पानी तेजी से भर रहा है, इससे फसलें डूब गई हैं।
किसान डूबी फसलों को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं। नदी के जलस्तर पर नजर डाले तो शनिवार को 70.15 मीटर पर था, जो रविवार की शाम चार बजे तक 70.18 मीटर पर पहुंच गया। नदी इस समय खतरा बिंदु 69.90 मीटर से 28 सेमी ऊपर बह रही है। साथ ही धारा का प्रवाह तीव्र है, जिससे तटवर्ती सहमे हुए हैं। वैसे ही मुक्तिधाम एवं भारत माता मंदिर पर नदी का दबाव बढ़ रहा है। लोगों को नगर की ऐतिहासिक धरोहरों के आस्तित्व पर संकट मंडराता दिखाई दे रहा है। जो नदी के किनारे श्मशान घाट से लेकर खाकी बाबा की कुटी तक बोल्डर पिचिंग की गई है, उनके खिसकने की आशंका बनी हुई है। वहीं शवदाह स्थल के दक्षिणी छोर पर नदी की धारा आकर टकरा रही है, जबकि परकूपाइन विधि से धारा मोड़ने की कोशिश सिंचाई विभाग कर रहा है। जिस तरह से नदी हुंकार भरते हुए टकरा रही है, अगर दक्षिणी छोर कटा तो एक बार फिर मुक्तिधाम, गौरीशंकर घाट का आस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। दोनों स्थलों के पास बैकरोलिंग तेज होने से नगर की ऐतिहासिक धरोहरों पर खतरा मंडरा रहा है। नगरवासियों की आशंकाएं निराधार नहीं हैं, क्योंकि कई ऐतिहासिक धरोहरें पूर्व में सरयू की कटान और प्रलयकारी लहरों की जद में आकर विलीन हो चुके हैं। कभी भी सरयू रौद्र रूप धारण कर विनाशलीला शुरू कर सकती है। वहीं, जलस्तर बढ़ने के बाद भी बाढ़खंड आजमगढ़ का कोई कर्मचारी बंधों पर दिखाई नहीं दे रहा है, जबकि सिंचाई विभाग मुक्तिधाम से लेकर गोधनी, बीबीपुर रिंग बंधों की सुरक्षा में लगा हुआ है। बंधों पर रेगूलेटरों की भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। बंधों के नीचे डूब रहीं फसलें, किसान चिंतित दोहरीघाट। सरयू नदी के जलस्तर में उफान आने से मैदानी इलाकों में पानी फैलने लगा है। नदी के लाल निशान पार करने के बाद बंधों के नीचे की फसलें डूबने लगी हैं। बंधों के समीप तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। बेलौली रिंग बंधा, धनौली रिंग बंधा, चिऊटीडाड़, रामनगर, रसूलपुर सहित अन्य स्थानों पर धान, गन्ना सहित अन्य फसलें डूबने से किसानों को चिंता सताने लगी है। क्योंकि खेतों में बाढ़ का पानी तेजी से भर रहा है। किसान फसल को लेकर परेशान हैं, क्योंकि अगर पानी ज्यादा दिन तक खेतों में भरा रहा तो फसल खराब हो जाएगी। ऊंचे स्थानों पर सामान रखने की सलाह दोहरीघाट। सरयू के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सिंचाई विभाग और बाढ़ खंड आजमगढ़ ने नवली, चिउटीडांड़, अवराडाड़ और सिंचाई विभाग ने नईबजार, बीबीपुर, धनौली और बेलौली सोनबरसा में लगे सभी रेगुलेटरों को बंद करते हुए निगरानी बढ़ा दी है। ग्रामीणों को बाढ़ से पूर्व सभी सामान को ऊंचाई वाले स्थानों पर रखने की सलाह दी है। कभी भी घुस सकता है दोहरीघाट नगर में पानी दोहरीघाट। सरयू का जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो 24 घंटे में दोहरीघाट नगर के निचले हिस्से में बाढ़ का पानी घुसने लगेगा। हर साल सरयू नदी में उफान आने पर नगर के तीन मोहल्लों बाबा मेला राम, चमरौटी, मल्लाह टोला में तीन से चार फीट तक पानी आ जाता है, जिससे लोगों को भारी नुकसान उठान पड़ता है। जैसे ही सरयू का जलस्तर 70.30 मीटर पर पहुंचेगा, नगर के तीनों मोहल्लों में बाढ़ का पानी नाले के रास्ते घुसना शुरू हो जाएगा। कर्मचारियों को अलर्ट रहने के निर्देश तटबंधों की निगरानी बढ़ा दिया गया है। लोगों से नदी के किनारे नहीं जाने की अपील की जा रही है। साथ ही तटबंधों पर बनी बाढ़ चौकी पर गठित निगरानी टीमों द्वारा ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। सभी बंधों पर कर्मचारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। -प्रिंस कुमार, अवर अभियंता, सिंचाई विभाग

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