सरयू का जलस्तर घटा, कटान का खतरा बढ़ा
सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने के बाद अब घटने लगा है। बीते 24 घंटे में जलस्तर में 21 सेमी की कमी दर्ज की गई...
दोहरीघाट। सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने के बाद अब घटने लगा है। बीते 24 घंटे में जलस्तर में 21 सेमी की कमी दर्ज की गई है। नदी इस समय खतरा बिंदु 69.90 मीटर से 28 सेमी नीचे बह रही है। वहीं जलस्तर घटते ही तटवर्ती क्षेत्रों की भूमि को नदी कटान की जद में लेना शुरू कर दिया है। नवली से लेकर परमहंस बाबा कुटी तक कटान का खतरा बढ़ गया है।
सरयू नदी के जलस्तर पर नजर डाले तो शनिवार को 69.83 मीटर पर था। जो रविवार को 21 सेमी घटकर 69.62 मीटर पर पहुंच गया। बाढ़ आने से पहले प्रशासन ने कटान को रोकने के कई तरह के दावे किए थे और इसके लिए करोड़ों का धन आवंटित हुआ था, जबकि नदी में बाढ़ आते ही प्रशासन के सभी दावों की हवा निकल चुकी है। नदी के जलस्तर में कमी होते ही तटवर्ती क्षेत्रो की उपजाऊ भूमि को कटान की जद में लेनी शुरू कर दी है। बाढ़ खंड आजमगढ़ के क्षेत्र नवली देवारा में खेती योग्य भूमि को नदी के जद में लेना शुरू कर दिया है। वहीं परमहंस बाबा कुटी के सामने में भी रुक-रुककर कटान शुरू हो गई है। जबकि शासन ने बाढ़ आने के पहले दोहरीघाट की सुरक्षा के स्थाई प्रबंध के लिए करोड़ों रूपया बाढ़ खंड आजमगढ़ और सिंचाई विभाग को मुहैया कराया था। सिंचाई विभाग ने अपने कार्यक्षेत्र में कटानरोधी कार्यो को लगभग सौ प्रतिशत पूरा कर लिया। लेकिन बाढ़ खंड आजमगढ़ की उदासीनता के चलते नईबाजार से लेकर परमहंस बाबा कुटी के बीच सरयू से कटान को रोकने के लिए अब तक कोई कार्य नही कराया गया है। उधर, नवली गांव के सामने लाला के खेत के पास नदी कटान करती हुई आगे बढ़ रही है। वहीं चिऊटीडांड गांव के पास भी नदी में बने ठोकर से लहरे टकराने से कटान का खतरा बढ़ गया है।
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