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मरीजों को नहीं मिल रही दवाएं, बढ़ी परेशानी

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों द्वारा मरीजों को इलाज के लिए बाहरी दवा लिखी जा रही है। इससे मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ी है। ऐसे में कई बार शिकायत भी लोगों ने उच्चाधिकारियों से की...

मरीजों को नहीं मिल रही दवाएं, बढ़ी परेशानी
हिन्दुस्तान टीम,मऊWed, 20 Feb 2019 10:09 PM
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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों द्वारा मरीजों को इलाज के लिए बाहरी दवा लिखी जा रही है। इससे मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ी है। ऐसे में कई बार शिकायत भी लोगों ने उच्चाधिकारियों से की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इससे लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोगापुर पर रोजाना सैकड़ों की तादात में मरीज अपना इलाज कराने के लिए आते हैं। ज्यादातर वही मरीज समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आते हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर होते है और महंगे अस्पतालों में महंगी दवाओं का बोझ नहीं उठा सकते। यहां मरीजों को डॉक्टरों द्वारा इलाज के बाद मजबूरन बाहर से दवाइयां लेनी पड़ रही है। क्योंकि इस समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इक्का-दुक्का दवाइयां ही वितरण की जाती है। यही कारण है कि इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठीक सामने दर्जनों मेडिकल स्टोर फल फूल रहे हैं और गरीब मरीज बे वजह दवावो के लिए अधिक खर्च करने के लिए मजबुर है। क्षेत्र के रामाश्रय, गौरी, इशान, बजरंगी का कहना है कि इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर केवल कहने को सरकारी इलाज होता है लेकिन मरीजों को पूरी तरह से निजी अस्पतालों जैसा खर्च वहन करना पड़ रहा है। मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टर बाहरी मेडिकल स्टोर की दवाइयां लिख रहे हैं, जिससे गरीब मरीज महंगे दर पर दवाइयां खरीद कर अपना इलाज कराने को बाध्य है। शेखर, रामजी, रामप्रवेश का कहना है कि उन्हें सिर्फ वहीं दवाइयां मिलती हैं जिससे उनका इलाज संभव नहीं हो सकता अत: मजबूरन बाहरी दवाओं का सहारा लेना पड़ता है।

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