नत्थूपुर अहिरौली, मधुबन निवासी 45 वर्षीय किरन की जब शादी हुई तो उनके ससुराल की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी। गांव में भी अधिकतर महिलाएं काम तो करना चाहती थी लेकिन समाज के तानों से डरती थी। ऐसे में किरन देवी ने पहले खुद आत्मनिर्भर बनने की ठानी और जब बन गई तो गांव की लड़कियों व महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना शुरू किया। अब तक यह पांच सौ लड़कियों को ब्यूटीशियन का प्रशिक्षण दे चुकी हैं।
किरन ने अपनी सोच को अमली जामा पहनाने के लिए गांव में आदर्श स्वयं सहायता समूह बनाया। इसके साथ महिलाओं व लड़कियों को जोड़ा। फिर उन्हें ब्यूटी पार्लर और सिलाई कढ़ाई की ट्रेनिंग देने के लिए सेंटर खोला। इस प्रकार केन्द्र पर आस-पास के गांव की लड़कियों को ब्यूटीशियन कोर्स और सिलाई कढ़ाई का कार्य सीखाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित कर रही हैं। प्रत्येक दिन 50 की संख्या में छात्राएं व महिलाओं को प्रशिक्षित करने का काम कर रही हैं।