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हारे प्रत्याशी को मिला प्रमाण पत्र तो महिलाओं ने मतगणना स्थल पर किया हंगामा

ब्लाक के गुंगुवाबारी गांव के प्रधान पद की बूथ संख्या 220 पर 676 वोटों की मतगणना में प्रधान पद के एक उम्मीदवार को 200 वोट मिला था। लेकिन 200 मतपत्र...

हारे प्रत्याशी को मिला प्रमाण पत्र तो महिलाओं ने मतगणना स्थल पर किया हंगामा
हिन्दुस्तान टीम,मऊTue, 04 May 2021 03:05 AM
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कोपागंज। हिन्दुस्तान संवाद

ब्लाक के गुंगुवाबारी गांव के प्रधान पद की बूथ संख्या 220 पर 676 वोटों की मतगणना में प्रधान पद के एक उम्मीदवार को 200 वोट मिला था। लेकिन 200 मतपत्र पर पीठासीन अधिकारी के हस्ताक्षर न होने के चलते 200 मतपत्रों को निरस्त कर ग्राम प्रधान पद पर दूसरे स्थान पर रहे प्रत्याशी को विजयी घोषित करते हुए उन्हें जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया। इस बात की जानकारी होते ही गंगूवाबारी गांव की महिलाएं मतगणना स्थल बीएसएस डिग्री कॉलेज के पास पहुंच कर हंगामा करने लगी तथा नेशनल हाईवे को जाम कर नारेबाजी करने लगी। साथ ही मतदान को निरस्त कर पुनर्मतदान कराए जाने की मांग करने लगी। हंगामा की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अजय कुमार तिवारी मौके पर पहुंचकर महिलाओं को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया। सूचना मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली तथा महिलाओं को समझाया बुझाया। महिलाएं अपनी जिद पर अड़ी रही।

ग्राम पंचायत चुनाव में ग्राम पंचायत गांगुवाबरी से प्रधान पद के लिए अर्जुन, अनिल, अनिल चौहान, इंदु, कपिल देव, पवन, पारसनाथ चौहान ,प्रमोद ,राजू ,रानी, सीताराम चौहान और संतोष चौहान सहित कुल 12 प्रत्याशी चुनाव में प्रधान पद के लिए खड़े थे। मतगणना बूथ संख्या 220 पर हुआ था। जिसमे प्राप्त 676 मतों में से 200 मत संतोष चौहान को मिला। संतोष चौहान को कुल 593 मत प्राप्त हुआ था। लेकिन इस दौरान सीता राम चौहान के लोगों ने आपत्ति जताते हुए बताया कि 200 मत पत्रों पर पीठासीन अधिकारी का हस्ताक्षर नहीं है। जिसे निरस्त किया जाए। जिस पर संतोष चौहान को मिले 200 मतों को पीठासीन अधिकारी के हस्ताक्षर ना होने के चलते निरस्त कर दिया गया। इस पर सीताराम चौहान को प्रधान पद पर 69 मतों से आरओ द्वारा विजयी घोषित करते हुए उन्हें निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया। इस बात की सूचना ग्रामीणों को मिली तो आक्रोशित हो गए और आक्रोशित गांव की महिलाएं मतगणना स्थल बीबीएस डिग्री कॉलेज पर पहुंचकर मेन गेट पर धक्का देते हुए मतगणना स्थल के अंदर प्रवेश करने का प्रयास किया लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें गेट पर रोक दिया गया। इससे आक्रोशित होकर महिलाएं नेशनल हाईवे को जाम कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अजय कुमार त्रिपाठी मौके पर पहुंचकर महिलाओं को समझा-बुझाकर जाम हटाया इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचकर महिलाओं से घटना के बाद जानकारी प्राप्त की तथा उन्हें पीआरओ के यहां आपत्ति दर्ज करने को कहा तब जाकर महिलाएं सड़क से हटकर बगल में ही मेन गेट के पास धरने पर बैठ गयी और गांव के प्रधान पद का चुनाव निरस्त कर पुनर्मतदान कराया जाने की अथवा 200 मतों को शामिल करके ही चुनाव परिणाम की घोषणा किया जाने की मांग करने लगे। समाचार लिखे जाने तक महिलाएं मतगणना स्थल के बाहर मुख्य के गेट के पास धरने पर बैठी रही।

हार के गम में प्रत्याशी ने देवता की मूर्ति तोड़ा

दुबारी। मधुबन तहसील क्षेत्र के लोकया ग्राम सभा के प्रत्याशी ने चुनाव हारने के बाद दु:खी होकर डीह बाबा की मूर्ति ही तोड़ डाला। लोकया ग्राम सभा के प्रधान प्रत्याशी रहे मनोज यादव पुत्र सुरेश यादव ने अपना प्रचार प्रसार किया और दो मई को रिजल्ट घोषित हुआ तो हार गए। उसके गम में रविवार की शाम को मझौवा स्थित डीह बाबा के स्थान पर जाकर उनके हाथी खंडित कर दिया। जससे गांव में चारों तरफ इसकी चर्चा जोरों पर चल रही है।

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