मधुबन तहसील क्षेत्र के गजियापुर के बगही में बिजली की व्यवस्था नहीं होने के बाद भी ग्रामीणों को बिजली का कनेक्शन दे दिया गया है। इसके बाद विभाग के कर्मचारियों ने सूची के माध्यम से गांव में बिजली का बिल वसूलने पहुंचे तो ग्रामीण अवाक रह गये। कर्मियों के सामने ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए विभाग को चेतावनी दी।
क्षेत्र के गजियापुर के बगही दलित बस्ती में तीन साल पहले बिजली विभाग द्वारा लगभग चालीस ग्रामीणों से फ्री बिजली कनेक्शन देने के लिए आधार कार्ड लेने के साथ ही कनेक्शन कर दिया। लेकिन गांव वालों का कहना है कि उस समय गांव में बिजली सप्लाई ही नहीं थी। तीन महीने पहले तार खंभे और ट्रांसफार्मर लगाया गया है। यह हम लोगों के साथ धोखा हुआ है। जब बिजली विभाग के कर्मचारियों ने वसूली करने पहुंचे तब जाकर हम लोगों को मालूम हुआ है, लेकिन अब तक हम लोगों को बिजली बिल नहीं मिला है। गांव की दलित लालती, बिन्दु, प्रभावती, चन्दा हंसरावती का कहना है कि किसी का पन्द्रह हजार तो किसी का अट्ठारह हजार रुपए बिल बताया जा रहा है। इस कोरोना संकट तथा बाढ़ के पानी से हालत दयनीय हो गई है। बिना जलाये बिल देने के लिए विभाग द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। इसलिए दलित महिलाओं ने विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर हो गए हैं। हम लोगों के मांग को कोई सुनने वाला नहीं है। इस समस्या के बाबत जेई रवि कुमार का कहना है कि उस दलित बस्ती में पहले से बजाज द्वारा केबिल बिछाई गई थी। बिल क्यों नहीं आया यह हम नहीं बता सकते, क्योंकि हम अभी सात महीने से अतिरिक्त चार्ज संभाले हुए हैं।