विदेशों में भी वाहन चला रहे जिले के चालक
मऊ के वाहन चालक विदेशों में वाहन चलाने में रुचि देखा रहे है। परिवहन विभाग ने विदेश में वाहन चलाने के लिए जारी किए जाने वाले आईडीएल की शर्तों को आसान...
मऊ। मऊ के वाहन चालक विदेशों में वाहन चलाने में रुचि देखा रहे है। परिवहन विभाग ने विदेश में वाहन चलाने के लिए जारी किए जाने वाले आईडीएल की शर्तों को आसान कर दिया है। जिससे संभागीय परिवहन विभाग में दो साल में इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस (आईडीएल) के आवेदनों की संख्या दोगुनी हो गई है। यह भारत के अलावा 15 देशों में एक साल तक दो या चार पहिया वाहन चलाने का अधिकार प्रदान करता है।
मऊ जिले के काफी लोग विदेश में रहते हैं। इनमें ऐसे लोग भी हैं जो वहां कैब और टैक्सी के अलावा दो और चार पहिया वाहन किराये पर लेकर इस्तेमाल करते हैं। परिवहन विभाग ने विदेश में वाहन चलाने के लिए जारी किए जाने वाले एक वर्ष के इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस की शर्तों को आसान कर दिया है। इसके बाद जिले में इसके लिए आवेदकों की संख्या में इजाफा हुआ है। 2022 के मुकाबले 2024 के शुरुआती छह माह में आईडीएल के आवेदनों में दोगुना तक इजाफा हुआ है। परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार 2022 में जिले के तीन लोगों ने आईडीएल बनवाए थे। वर्ष 2023 में यह संख्या बढ़कर पांच तक पहुंच गई। इस वर्ष जून तक पांच लोग आवेदन कर चुके हैं। इनमें से दस लोगों को आईडीएल जारी किया जा चुका है।
इन देशों में मान्य है भारतीय डीएल
मऊ। एआरटीओ सुहैल अहमद ने बताया कि भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस कनाडा, अमेरिका, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका समेत 15 देशों में मान्य है। इन देशों में चार सप्ताह से लेकर 60 दिन तक भारतीय डीएल के जरिये दो और चार पहिया वाहन चला सकते हैं। इसके बाद संबंधित देश के लाइसेंस की जरूरत होती है। यहां यह भी जरूरी है कि संबंधित व्यक्ति के पास कितने दिनों का वीजा है। इसके आधार पर भारत में एक साल का आईडीएल जारी किए जाने का प्रावधान है।
आईडीएल बनवाने के लिए यह है प्रक्रिया
मऊ। आईडीएल बनवाने के लिए आरटीओ ऑफिस में अपने ड्राइविंग लाइसेंस और अन्य दस्तावेजों की फोटोकॉपी के साथ आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए 1,000 रुपये शुल्क निर्धारित है। इसके साथ ही विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन भी किया जा सकता है। इसके लिए संबंधित व्यक्ति को पासपोर्ट और वह जिस देश की यात्रा पर जा रहा है, वहां के बीजा की फोटोकॉपी भी देनी होती है। आय और निवास प्रमाणपत्र के साथ मेडिकल फिटनेस प्रमाणपत्र भी आवेदन के साथ देना होता है। आवेदन के 15 दिन के अंदर परिवहन विभाग आईडीएल जारी कर देता है।
इन निर्देशों का भी करें पालन
- सबसे पहले फॉर्म 4ए और फॉर्म 1ए को भरें। मांगी गई सभी जानकारियों को ध्यान से भरने के बाद स्थानीय आरटीओ में जमा करें।
- फॉर्म जमा करने के बाद सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ फीस का भुगतान करें। इसमें वैध भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी, पहचान पत्र, आयु पहचान पत्र और अन्य द्स्तावेजों को स्थानीय आरटीओ में फीस के साथ जमा करें।
- भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस लेने की तरह ही अंतर्राष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस के लिए भी ड्राइविंग टेस्ट देना होगा। टेस्ट पास करने के 5 से 6 कार्य दिवसों में अंतर्राष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस आपके पास आ जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस के लिए जरूरी दस्तावेज
- फॉर्म 4ए और फॉर्म 1ए होना चाहिए।
- वैध भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी।
- वैध पासपोर्ट और वीजा की कॉपी।
- एयर टिकट की डुप्लीकेट कॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ1000 रुपये फीस
- भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र।
- भारतीय पत्त का वैध प्रमाण पत्र।
- आयु का प्रमाण पत्र।
आवेदनों में हुआ इजाफा
आईडीएल के आवेदनों में इजाफा हुआ है। यह विश्व के 15 देशों में वाहन चलाने के लिए एक साल का परमिट होता है। इसके लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों प्रकार से आवेदन कर सकते हैं।
- सुहैल अहमद, एआरटीओ, मऊ।
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