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मऊ के शक्ति सिंह ने दिखाया डीयू में पूर्वांचल दम

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में  इस बार पूर्वांचल का डंका बजा है। शहर के निजामुद्दीनपुरा मोहल्ला निवासी विद्यासागर सिंह के इकलौते पुत्र शक्ति सिंह ने एबीवीपी से वाइस प्रेसीडेंट पद पर...

मऊ के शक्ति सिंह ने दिखाया डीयू में पूर्वांचल दम
मऊ। निज संवाददाता Fri, 14 Sep 2018 08:38 PM
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दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में  इस बार पूर्वांचल का डंका बजा है। शहर के निजामुद्दीनपुरा मोहल्ला निवासी विद्यासागर सिंह के इकलौते पुत्र शक्ति सिंह ने एबीवीपी से वाइस प्रेसीडेंट पद पर रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की है। शक्ति ने 23086 वोट हासिल करके कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई  को रिकॉर्ड 7673  वोटों के अंतर से  पराजित किया। इसी के साथ देश के वित्तमंत्री अरुण जेटली का  प्रेसिडेंट पद पर जीत का सर्वाधिक अंतर वाला रिकॉर्ड भी टूट गया है। इस ऐतिहासिक जीत से मऊ ही नहीं आसपास के जिलों के युवाओं में उत्साह है। जगह-जगह जश्न मनाया जा रहा है।

विश्व के सबसे बड़े विश्वविद्यालय में शुमार दिल्ली विश्वविद्यालय  के छात्र संघ चुनाव में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अपने छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के ज़रिए पूर्वांचल के युवा वोटरों  को लोकसभा चुनाव  से पहले साधने में सफल रही। पहली बार वाइस प्रेसीडेंट पद पर बिहार सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के मऊ निवासी शक्ति सिंह को टिकट देकर पूर्वांचल कार्ड खेला। इस सीट पर सबसे ज्यादा वोट मिले। गुरुवार की सुबह शुरू हुई मतगणना के पहले राउंड से ही वाइस प्रेसीडेंट पद के प्रत्याशी शक्ति सिंह की बढ़त आखिरी राउंड तक बरकरार रही। कुल 135000 मतदाता वाले इस चुनाव में 42.8 प्रतिशत मतदान हुआ था। 

देर रात तक चली काउंटिंग के बाद घोषित किए गए परिणाम में एबीवीपी पैनल से प्रेसीडेंट, वाइस प्रेसीडेंट, जॉइंट सेक्रेटरी ने जीत दर्ज की। केवल एक सीट सेक्रेटरी पद पर कांग्रेस के एनएसयूआई को जीत मिली। मऊ के शक्ति की जीत पर भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में इस बार पूर्वांचल का डंका बजा है। शक्ति ने पूर्वांचल के युवाओं को नेतृत्व दिया है। शक्ति में ढेर सारी संभावनाएं हैं। 

बचपन से राजनीति में थी रुचि : विद्यासागर 
शक्ति के पिता विद्यासागर सिंह ने कहा कि उसे बचपन से राजनीति में रुचि थी। दिल्ली विश्वविद्यालय में ला करने के लिए एडमिशन लेने के साथ ही उसने तैयारी शुरू कर दी थी। हमने कभी भी उसकी रुचि और क्षमता में अपनी मनमर्जी थोपने की कोशिश नहीं की। 

जीत का  श्रेय  छात्र-छात्राओं को 
शक्ति सिंह ने भारी अंतर से जीत का श्रेय  छात्र-छात्राओं को दिया। कहा कि एबीवीपी राष्ट्रीय संगठन है, हम सबकी कोशिश है कि छात्र न सिर्फ पठन-पाठन बल्कि देश व समाज बदलने में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें। हम सब युवाओं के लिए सबसे पहले देश प्रेम होना चाहिए। युवाओं को जागरूक होना होगा, हमें अपनी सांस्कृतिक-धार्मिक विरासत को अक्षुण्ण रखने के साथ देश और हिंदुत्व के साथ किसी भी तरह की साजिश का मुंहतोड़ जवाब देने के साथ हमेशा बलिदान के लिए तैयार रहना चाहिए।

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