देश व युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए सरकारी संस्थाओं, कम्पनियों को निजीकरण न करके बरकरार रखने के सम्बन्ध में चन्द्रशेखर पूर्व मण्डल जोन इंचार्ज बसपा, मण्डल आजमगढ़ के नेतृत्व में अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं राष्ट्रपति को सम्बोधित मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा। मांग पूरी नहीं होने पर जनसहयोग से आंदोलन की दी चेतावनी।
पत्रक के माध्यम से बताया कि किसी भी देश का विकास वहां के शिक्षण व औद्योगिक संस्थानों व युवाओं के कार्य कुशलता पर निर्भर करता है। आजादी से पूर्व के सभी निजी संस्थानों का राष्ट्रीयकरण करके देश को समृद्ध बनाया गया तथा कुशाग्र बुद्धि के छात्रों को मौका दिया गया कि वे अपनी प्रतिभा को निखारे। परिणामस्वरूप देश का चहुंमुखी विकास हुआ और देश धन, धान्य से परिपूर्ण हो गया। देश की प्रतिष्ठा को बरकरार रखने तथा भविष्य में विकास करने हेतु देश के सभी शिक्षण संस्थानों व औद्योगिक संस्थानों व रेलवे आदि को सरकारी बनाये रखना बहुत ही जरूरी है। विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि देश के कई औद्योगिक संस्थाएं, शिक्षण संस्थानों, रेलवे आदि को निजीकरण व बेचे जा रहे हैं, जिससे भविष्य में किसी भी वर्ग के शिक्षित युवाओं को रोजगार का अवसर नहीं रह जायेगा, तथा देश का आर्थिक विकास भी प्रभावित होगा। ऐसा करना देश के लोगों के प्रति कुठाराघात है। आज देश के लाखों युवाओं का भविष्य खतरे में है। पेंडिंग पड़ी देश की सारी वैकेंसी को क्लियर किया जाएं और पेंडिंग पड़ी परिक्षाओं को जल्द से जल्द कराया जाएं ताकि बच्चों के भविष्य के साथ न्याय हो सके। कहा कि पूर्व के सभी सरकारी संस्थानों, कम्पनी, रेलवे आदि को बरकरार रखने की कृपा प्रदान करें। अन्यथा जन सहयोग से बहुत बड़ा आन्दोलन करने को बाध्य होंगे, जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी। ज्ञापन सौंपने वालों में देवेन्द्र कुमार पूर्व जिला उपाध्यक्ष बसपा, अवधेश कुमार बागी उर्फ़ मुर्दहवा, सदस्य जिला पंचायत, सन्नी राव पूर्व मण्डल प्रभारी बसपा मण्डल-आजमगढ़, रुकेश कुमार छात्र नेता, रामप्यारे चौहान, नन्दलाल मौर्य, राजेश उर्फ गुड्डू सिंह, राजकुमार राजभर, रामप्यारे भारती, लालू यादव, हरिवंश राजभर, धर्मेंद्र राजभर सहित अन्य शामिल रहे।