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राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने की सीख देते रहे नेताजी सुभाषचन्द्र बोस

नगर के मझवारा मोड़ स्थित काली स्थान पर आजाद हिन्द संगठन की ओर से बुधवार को नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की जयन्ती मनायी गई। इस अवसर पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के बताये गये रास्तों पर चलने का संकल्प लिया...

राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने की सीख देते रहे नेताजी सुभाषचन्द्र बोस
हिन्दुस्तान टीम,मऊWed, 23 Jan 2019 11:55 PM
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नगर के मझवारा मोड़ स्थित काली स्थान पर आजाद हिन्द संगठन की ओर से बुधवार को नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की जयन्ती मनायी गई। इस अवसर पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के बताये गये रास्तों पर चलने का संकल्प लिया गया।

समारोह को सम्बोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल अनजान ने नेताजी द्वारा स्थापित आजाद हिन्द फौज एवं फारवर्ड ब्लाक के उद्देश्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई के दौरान तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा तथा जय हिन्द का नेता जी का दिया हुआ नारा राष्ट्रीय नारा बन गया। भारत के संविधान में लिया गया समाजवाद शब्द का प्रयोग भी सबसे पहले नेताजी ने ही दिया। नेताजी सुभाषचन्द्र बोस राष्ट्रीय एकता के सबसे बड़े पैरोकार रहे। आजाद हिन्द फौज का गीत कदम कदम बढ़ाये जा खुशी के गीत गाये जा, ये जिन्दगी है कौम की तुम कौम पर लुटाये जा आजादी की लड़ाई के दौर का बहुत ही जनप्रिय तराना बन गया था। आजाद हिन्द फौज में हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई सहित सभी धर्मों के मानने वाले लोग शामिल रहे। वर्तमान भारत में भी सभी धर्मों और जातियों के लोगों का सम्मान करते हुए सबकी बराबर हिस्सेदारी से ही देश को विकसित व मजबूत बनाया जा सकता है। भारत में दौलत की कमी नहीं है। देश में अथाह दौलत और प्राकृतिक सम्पदा है। आवश्यकता है कि इसका देशवासियों के बीच न्यायिक वितरण किया जिससे सभी लोग खुशहाल हो सकें।

इस अवसर पर स्वामी योग प्रसाद, भाजपा निवर्तमान जिलाध्यक्ष सुनील कुमार गुप्त, लालचन्द यादव, राष्ट्रकुवंर सिंह, अलका राय, डा.सुरेश यादव, बंशबहादुर यादव, कल्पनाथ ठाकुर, चीनी मिल के डायरेक्टर शेख हिसामुद्दीन, सीताराम कुशवाहा, ओमप्रकाश यादव छात्र नेता, रामविजय यादव प्रधान, एहसान खान, कवलगिरी, शीला देवी, सरोज सिंह, सुनीता आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। लोकगीत कलकार विपिन बिहारी पाठक एवं श्रवण कुमार ने राष्ट्रीय गीत प्रस्तुत किया।

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