यमुना जल स्तर बढ़ा, कॉलोनियों में घुसने लगा पानी
हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी से यमुना का जल स्तर बढ़ गया है। इससे यमुना के प्राचीन घाटों पर फिर से यमुना जल आ गया। केशीघाट की चार सीढ़िया जलमग्न हो गईं। वहीं यमुना के खादर में बनी अवैध कॉलोनियों...
हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी से यमुना का जल स्तर बढ़ गया है। इससे यमुना के प्राचीन घाटों पर फिर से यमुना जल आ गया। केशीघाट की चार सीढ़िया जलमग्न हो गईं। वहीं यमुना के खादर में बनी अवैध कॉलोनियों में भी यमुना का पानी अब घुस जाने से हड़कंप मच गया है।
शनिवार को यमुना का जल केशीघाट की सीढ़ियों तक आ गया। जल स्तर निरंतर बढ़ रहा है। फिर से यमुना पूर्व के स्वरुप में आने पर स्थानीय लोग यमुना के दर्शन, पूजन करने जाने लगे हैं। तटवर्ती क्षेत्रों के खेतों में यमुना का जल प्रवेश कर गया। इससे किसानों की फसलें नष्ट हो गई। खेतों के आवागमन को जाने वाले रास्ते भी यमुना के जल के कारण बंद बाधित हो गए हैं। किसानों को अपने खेतों तक पहुंचने को नावों का सहारा लेना पड़ रहा है। यमुना किनारे बनीं दर्जनों कॉलोनीवासियों को बाढ़ आने का डर सता रहा है। कालीदह क्षेत्र की कई कॉलोनियों में यमुना का जल घुसने लगा है। नाविक यमुना निषाद का कहना है कि यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। यमुना अपने पुराने घाटों पर लौट आई है।
बाढ़ नियंत्रण केंद्र से जलनिगम के एक्सईएन मोरमुकुट ने बताया कि तीन-चार दिन पहले हथिनीकुंड बैराज से डेढ़ लाख क्सूसेक पानी छोड़ा गया। इसका कुछ असर अब देखने को मिला है। इसके बाद शनिवार शाम चार बजे सवा पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे दो-तीन अगस्त को जल स्तर बढ़ने की संभवना है।