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रुढ़िवादी परम्परा तोड़ विधवा माताओं ने मनाई दीवाली, जलाए दीप

रुढ़िवादी सोच एवं परंपरा को तोड़ते हुए शुक्रवार को धर्मनगरी वृंदावन में यमुना किनारे केसीघाट पर वर्षों से वैधव्य जीवन व्यतीत कर रही माताओं ने दीपदान कर दीपावली के पर्व की खुशियां एक-दूसरे साथ बांटीं।...

रुढ़िवादी सोच एवं परंपरा को तोड़ते हुए शुक्रवार को धर्मनगरी वृंदावन में यमुना किनारे केसीघाट पर वर्षों से वैधव्य जीवन व्यतीत कर रही माताओं ने दीपदान कर दीपावली के पर्व की खुशियां एक-दूसरे साथ बांटीं।...
1/ 2रुढ़िवादी सोच एवं परंपरा को तोड़ते हुए शुक्रवार को धर्मनगरी वृंदावन में यमुना किनारे केसीघाट पर वर्षों से वैधव्य जीवन व्यतीत कर रही माताओं ने दीपदान कर दीपावली के पर्व की खुशियां एक-दूसरे साथ बांटीं।...
रुढ़िवादी सोच एवं परंपरा को तोड़ते हुए शुक्रवार को धर्मनगरी वृंदावन में यमुना किनारे केसीघाट पर वर्षों से वैधव्य जीवन व्यतीत कर रही माताओं ने दीपदान कर दीपावली के पर्व की खुशियां एक-दूसरे साथ बांटीं।...
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हिन्दुस्तान टीम,मथुराSat, 26 Oct 2019 12:26 AM
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रुढ़िवादी सोच एवं परंपरा को तोड़ते हुए शुक्रवार को धर्मनगरी वृंदावन में यमुना किनारे केसीघाट पर वर्षों से वैधव्य जीवन व्यतीत कर रही माताओं ने दीपदान कर दीपावली के पर्व की खुशियां एक-दूसरे साथ बांटीं। दीपदान करते समय उनके चेहरे पर मुस्कान और आंखों खुशी की चमक दिखाई दे रही थी।

यह संभव हुआ स्वयंसेवी संस्था सुलभ इंटरनेशनल द्वारा केसीघाट पर आयोजित दीपदान समारोह के जरिए। नगर के विभिन्न आश्रय सदनों में रहने वाली वृद्ध विधवा माताओं ने यहां दिवाली मनाई ताकि उनके जीवन में वर्षों से छाए अंधेरे का अंत किया जा सके।

संस्था की मानद उपाध्यक्ष विनीता वर्मा ने बताया कि विधवा माताओं के त्योहार मनाने की अनूठी परम्परा की शुरुआत धर्मनगरी में सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक अध्यक्ष डा. बिंदेश्वर पाठक ने सात वर्ष पूर्व की थी। जब माताओं ने रोशनी के पर्व दीपोत्सव में भाग लिया। इससे पहले, रुढ़िवादिता के चलते इन विधवाओं को इस तरह के अनुष्ठानों में भाग लेने की अनुमति नहीं थी। संस्था 2012 से वृंदावन और वाराणसी में विभिन्न आश्रय सदनों में रहने वाली सैकड़ों विधवा माताओं की देखभाल करती है। संस्था द्वारा यहां की विधवा माताओं के लिए न केवल दीपावली बल्कि होली और रक्षा बंधन का उत्सव मनाकर सदियों पुरानी रुढ़िवादी परंपराओं को तोड़कर नई शुरुआत की।

केसीघाट पर आयोजित दीपोत्सव में नगर के विभिन्न आश्रय सदनों की सैकड़ों विधवा माताओं ने रंगबिरंगे फूलों की रंगोली सजाई एवं रंगीन मिट्टी के दिए जला कर यमुना किनारे दीपदान किया तथा यमुना मैया की आरती की। साथ ही माताओं ने हिन्दी एवं बांग्ला भाषा में भजन गायन भी किया। इस दौरान दीपमाला की रोशनी के मध्य माताओं के चेहरे पर खुशी की चमक अलग ही छटा बिखेर रही थी।

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