ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश मथुराभक्तिरस धारा में हित परमानंद का विशेष योगदान

भक्तिरस धारा में हित परमानंद का विशेष योगदान

वृंदावन। छीपी गली स्थित प्रियाबल्लभ कुंज में श्रीहित परमानंद शोध संस्थान के तत्वावधान में ठाकुर प्रियाबल्लभ महाराज एवं ठाकुर विजयराधाबल्लभ महाराज का दो दिवसीय पाटोत्सव मंगल बधाई, समाज गायन एवं अन्य...

भक्तिरस धारा में हित परमानंद का विशेष योगदान
हिन्दुस्तान टीम,मथुराSat, 18 Jan 2020 08:02 PM
ऐप पर पढ़ें

छीपी गली स्थित प्रियाबल्लभ कुंज में श्रीहित परमानंद शोध संस्थान के तत्वावधान में ठाकुर प्रियाबल्लभ महाराज एवं ठाकुर विजयराधाबल्लभ महाराज का दो दिवसीय पाटोत्सव मंगल बधाई, समाज गायन एवं अन्य धार्मिक अनुष्ठानों के साथ संपन्न हो गया।संस्थान के अध्यक्ष आचार्य विष्णुमोहन नागार्च ने कहा कि प्रियाबल्लभ कुंज हित परमानंद एवं हित प्रिया सखी की पावन साधना स्थली है। यहां रह कर उन्होंने प्राणी मात्र के कल्याण की कामना के साथ भगवत साधना की। साथ ही अनेक ग्रंथों की रचना कर भक्तों को भक्ति मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। डा. जयेश खंडेलवाल ने कहा कि हित परमानंद द्वारा रचित ग्रंथ एवं पद आज भी लोगों को राधाबल्लभीय सम्प्रदाय के प्रति आकर्षित कर रहे हैं। नगर निगम में उपनेता सदन राधाकृष्ण पाठक ने कहा कि भक्तिरस धारा में हित परमानंद का विशेष योगदान रहा। वे 18 वीं शताब्दी के रससिद्ध वाणीकार थे। वृंदावन शोध संस्थान के निदेशक सतीशचंद्र दीक्षित ने बताया कि हित परमानंद महाराज राधाबल्लभीय सम्प्रदाय के मुखिया थे। वह लोगों को संतों के द्वारा रचित पदों व वाणी पर समाज गायन का प्रशिक्षण भी दिया करते थे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें