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यमुना एक्सप्रेस वे की सुरक्षा को ढाबों से खतरा

यमुना एक्सप्रेस वे की सुरक्षा को यहां के सर्विस रोड पर चल रहे ढाबों व चाय की दुकानों से खतरा बना हुआ है।मथुरा जनपद की सीमा में एक्सप्रेस वे की लंबाई सबसे अधिक है। यहां एक्सप्रेस वे के सर्विस रोड पर...

यमुना एक्सप्रेस वे की सुरक्षा को ढाबों से खतरा
हिन्दुस्तान टीम,मथुराFri, 24 Jan 2020 12:21 AM
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यमुना एक्सप्रेस वे की सुरक्षा को यहां के सर्विस रोड पर चल रहे ढाबों व चाय की दुकानों से खतरा बना हुआ है।

मथुरा जनपद की सीमा में एक्सप्रेस वे की लंबाई सबसे अधिक है। यहां एक्सप्रेस वे के सर्विस रोड पर बाजना से लेकर बलदेव तक तमाम ढाबे व चाय, पंचर आदि की दुकानें हैं। इन दुकानदारों ने अपनी सुविधा के लिए एक्सप्रेस वे के सहारे लगी कंटीले तारों की फेंसिंग को तोड़ कर एक्सप्रेस वे पर चढ़ने उतरने का रास्ता भी बना लिया है। इन ढाबों के कारण एक्सप्रेस वे पर वाहन चालक वाहनों को खड़ा कर खाने-पीने के लिए नीचे उतर जाते हैं। ऐसे वाहन एक्सप्रेस वे पर कभी-कभी तो घंटों खड़े रहते हैं। जिसके चलते एक्सीडेंट के साथ साथ वाहनों में चोरी व लूट का खतरा बना रहता है। अवैध ढाबों को बंद कराने की बात कई बार हुई है, लेकिन इन ढाबों को आज तक बंद नहीं कराया जा सका है।

एक्सप्रेस वे के मथुरा कॉरिडोर प्रभारी मेजर मनीष सिंह ने बताया कि इस बारे में कई बार स्थानीय पुलिस से भी शिकायत कर चुके हैं। इन ढाबों पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है, वहीं ढाबों पर नशीले पदार्थों की बिक्री भी की जा रही है।

नहीं है सुगम सफर

यमुना एक्सप्रेस वे की स्थापना के बाद लोगों ने सोचा था कि अब आगरा से नोएडा का सफर सुगम और बिना कष्ट वाला होगा। लेकिन आए दिन हो रहे हादसे और लूट पाट की घटनाएं इसे डरावना बना रही हैं। एक्सप्रेस वे के सुरक्षा कर्मियों और पुलिस इन पर अंकुश नहीं लगा पा रहे। एक्सप्रेस वे पर अपराध करने के बाद अपराधी बड़ी आसानी से चला जाता है।

एक्सप्रेस वे पर सुरक्षा को रहती हैं 30 गाड़ियां

आगरा से नोएडा तक 12 दारोगा 42 सिपाही के अलावा एक्सप्रेस वे और जेपी ग्रुप के दर्जनों सुरक्षा कर्मियों के हर वक्त भृमण में रहने के बाद भी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। एक्सप्रेस वे पर 12 गाड़ियां कंपनी के सुरक्षा कर्मियों की रहती हैं, वहीं 18 गाड़ियां पुलिस की भी रहती हैं। इसके अलावा 6 इनोवा कार टोलों पर आपात स्थिति के लिए हर वक्त तैयार रहती हैं। इसके अलावा फेसिलिटी पर पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा कर्मी रहते हैं और रोड पर हर 15 किलोमीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं।

रास्ते मे गाड़ी न रोकें

एक्सप्रेस वे पर सफर करते समय सबसे महत्वपूर्ण है कि अपनी गाड़ी को रास्ते में न रोकें। वाहनों को केवल फेसिलिटी पर रोकें। गाड़ी में किसी तरह की आवाज आने पर अचानक गाड़ी न रोक कर एक्सप्रेस वे के टोल फ्री नंबर पर काल करें। हाईवे साथी एप का सहारा लें।

शराब पकड़ने और एक्सीडेंट तक सीमित है पुलिस

एक्सप्रेस वे की टोल चौकियों पर तैनात पुलिस कर्मी केवल शराब पकड़ने और एक्सीडेंट को अटेंड करने तक ही सीमित हैं। असलियत में अवैध कारोबार का सुगम रास्ता एक्सप्रेस वे बन गया है। यही वजह है कि पुलिस भी लूट जैसी घटनाओं को रोकने पर ज्यादा ध्यान नहीं देती।

ट्रैफिक पुलिस पर लगा वसूली का आरोप

बुधवार को हुई लूट की घटना और पुलिस अधिकारियों के एक्सप्रेस वे पर लगातार मूवमेंट के दौरान ट्रैफिक पुलिस पर वसूली का आरोप लगा है। आरोप है कि गोरखपुर जा रही एक कार को रोककर ओवर स्पीड में चार हजार के चालान का भय दिखा कर उससे एक हजार रुपये वसूले गए। गोरखपुर निवासी जोफिक खान ने बताया कि उससे एक हजार लिए गए हैं।

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