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रोटी का संबंध बना खत्म करना है जातिवाद का जहर: भागवत

सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने पर जोर सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने पर जोर वृंदावन। हिन्दुस्तान संवाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की अखिल भारतीय सामाजिक सद्भाव बैठक का रविवार को समाज में रोटी का...

रोटी का संबंध बना खत्म करना है जातिवाद का जहर: भागवत
हिन्दुस्तान टीम,मथुराMon, 29 Jul 2019 12:34 AM
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय सामाजिक सद्भाव बैठक में रविवार को समाज में रोटी का संबंध बनाकर जातिवाद के जहर के खात्मे का मंत्र दिया गया। समाज में आपसी मेलजोल और सौहार्द को बढ़ाने के बीज मंत्र के साथ बैठक का समापन हो गया।

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने देश भर से आए पदाधिकारियों को सामाजिक सद्भाव को मजबूत करने का मंत्र दिया। कहा कि भले ही देश में हिंदुओं की जनसंख्या अधिक है, लेकिन सभी एकजुट नहीं है। इसे एकजुट कर एक सूत्र में पिरोने की आवश्यकता है। हिंदू समाज को एक करने के लिए हमें समाज में व्याप्त जातिवाद के जहर को खत्म करना होगा। इसके लिए समाज में जाति बंधन को तोड़कर रोटी का संबंध स्थापित करना होगा। हमें छोटी-छोटी जाति के लोगों के घरों पर जाकर रोटी खानी होगी और उन्हें अपने घर बुलाकर रोटी खिलानी होगी। और इस संबंध को मजबूत करना होगा। सही मायने में तभी समाज में ऊंच-नीच और छूआछूत जैसी कुरीतियों का अंत संभव हो सकेगा। कहा कि जातिवाद का अंत ही सशक्त, समृद्ध और खुशहाल राष्ट्र का मुख्य एवं कारगर बिंदु होगा।

सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा कि हमें समाज में जातिवाद का जहर घोल रहे कुछ समाज विरोधी लोगों से सावधान रहना होगा। सहसरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले एवं डा. कृष्णगोपाल ने पर्यावरण संरक्षण, कन्या भ्रूण हत्या, विवाह में खाना झूठन में बर्बाद करने, गो संरक्षण आदि मुद्दों पर पदाधिकारियों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि हमें एकजुट संपूर्ण भारत माता की उन्नति के लिए काम करना है तभी विश्व गुरु के रूप में अपना परचम पुन: फहरा पाएंगे।

अंतिम दिन तीन सत्रों में सामाजिक सद्भाव को मजबूत करने पर मंथन

वृंदावन। वात्सल्य ग्राम के मीरामाधव निलयम में चल रही आरएसएस की दो दिवसीय अभा सामाजिक सद्भावना बैठक का रविवार को शाम करीब साढ़े चार बजे समापन हुआ। बैठक में रविवार को करीब डेढ़ घंटे के तीन सत्रों में सामाजिक सद्भाव को मजबूत करने पर मंथन हुआ। बैठक में आरएसएस एवं अभा सामाजिक सद्भावना समिति के केंद्रीय पदाधिकारियों समेत देशभर के 40 प्रांतों के दो-दो पदाधिकारियों ने शिरकत की। विभिन्न प्रांतों से आए स्वयं सेवकों (प्रचारकों) को आरएसएस प्रमुख समेत अन्य पदाधिकारियों ने उनके क्षेत्र की भौगोलिक एवं सामाजिक दृष्टि से जुड़े मुद्दों के अनुरूप सामाजिक सद्भाव को मजबूत करने के सुझाव भी दिए।

पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की हालत सर्वाधिक खराब

वृंदावन। आरएसएस की अभा सामाजिक सद्भाव बैठक में पश्चिम बंगाल से आए प्रचारक निरंजन माथुर ने कहा कि वर्तमान में पश्चिम बंगाल में हिंदुओं की हालत काफी दयनीय है। वहां हिंदुओं को जयश्रीराम बोलने की भी छूट नहीं है। हिंदुओं से खुलेआम मारपीट की जा रही है। और उनकी हत्या हो रही है। ऐसे में भगवान श्रीकृष्ण की नगरी में हुई बैठक से जो मंत्र मिला है उसे वहां जाकर साकार करने का काम किया जाएगा। वहां के लोगों को बताया जाएगा कि जब हिंदु समाज एकजुट होगा तभी सुख शांति आएगी और हिंदू सरकार बनेगी। हिंदू समाज के बीच जातिवाद की इस खाई को पाटने में बैठक से मिले बीज मंत्र काफी कारगर साबित होंगे। बताया कि पश्चिम बंगाल में छोटी-छोटी जातियों को एकजुट करने का काम शुरू किया जा चुका है।

सामाजिक समरसता को हमें एड़ी चोटी का जोर लगाना होगा : बेरी

वृंदावन। अभा सामाजिक सद्भाव के प्रमुख अशोक बेरी ने कहा कि समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे जातिवाद, छूत-अछूत, ऊंच-नीच एवं वर्ग वाद से ऊपर उठकर सामाजिक समरसता को बनाने के लिए हमें एड़ी चोटी का जोर लगाना होगा। जब हम विभिन्न जाति एवं वर्गों में बंटे हिंदू समाज को एकजुट कर एक साथ खड़ा करेंगे तभी राष्ट्र का समग्र विकास संभव है। हमें संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा समाज को रोटी के संबंध को मजबूत करने के संदेश को आत्मसात करते हुए लोगों के बीच जाकर काम करना होगा।

ये रहे मौजूद

संघ प्रमुख मोहनराव भागवत, सरकार्यवाह भैयाजी जोशी, सहसरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, डा. कृष्णगोपाल, अभा सामाजिक सद्भाव समिति के प्रमुख अशोक बेरी, रामलाल, डा. दिनेश, रमेश उपाध्याय, रमेश मिश्रा, विनीत नवाथे, अशोक पांडेय, दिनेश गुप्ता, राजकुमार शर्मा, बाबासाहेब दलवे, विठ्ठल शिंदे आदि।

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