साहित्यकारों के सच्चे मार्गदर्शक थे रासबिहारी महाराज
वृंदावन। परिक्रमा मार्ग गोपालखार स्थित रासबिहारी आश्रम में श्रीमदभागवत के पुरोधा श्रीमन्माध्वगौड़ेश्वर रासबिहारी गोस्वामी की 37 वीं पुण्यतिथि मनाई...
परिक्रमा मार्ग गोपालखार स्थित रासबिहारी आश्रम में श्रीमदभागवत के पुरोधा श्रीमन्माध्वगौड़ेश्वर रासबिहारी गोस्वामी की 37 वीं पुण्यतिथि मनाई गई। जिसमें नगर के शिक्षाविद चंद्रलाल शर्मा को शिक्षा क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान के लिए रासबिहारी स्मृति सम्मान से नवाजा गया।ब्राह्मण सेवा संघ के अध्यक्ष आचार्य आनंदबल्लभ गोस्वामी एवं डा. ब्रजकिशोर गोस्वामी ने कहा कि श्रीमदभागवत के परम विद्वान एवं संस्कृत व्याकरण के मर्मज्ञ रासबिहारी महाराज शिक्षाविद व साहित्यकारों के सच्चे मार्गदर्शक थे। जगदीश नीलम व सत्यभान शर्मा ने कहा कि रासबिहारी गोस्वामी ब्रज की महान विभूति थे। उनका संपूर्ण जीवन सेवा, संस्कृति, शिक्षा एवं हरिनाम संकीर्तन के प्रचार-प्रसार में समर्पित रहा। वे सच्चे ब्रजभक्त और मनीषी चिंतक थे। इससे पूर्व आचार्य नृसिंहदेव गोस्वामी ने विद्यार्थियों को शैक्षिक सामग्री का वितरण भी किया। इस अवसर पर सौम्या, कैलाश अग्रवाल, हरिशंकर अग्रवाल, महेश तिवारी, दिव्यात्मदेव गोस्वामी, राधाकृष्ण पांडे, ममता गोस्वामी, बनवारीलाल गौड़, करुणाशंकर त्रिवेदी, ललिता देवी, ब्रजेश शर्मा, अनिल अग्रवाल, राजेंद्र शुक्ला, सतीशचंद शर्मा आदि उपस्थित थे।