हाथियों को दी फलों की दावत
फरह। नेशनल एलीफेंट एप्रिशियेशन-डे के मौके फरह में संचालित हाथी सरंक्षण गृह में हाथियों को उनके पसंदीदा फलों की दावत दी...
नेशनल एलीफेंट एप्रिशियेशन-डे के मौके फरह में संचालित हाथी सरंक्षण गृह में हाथियों को उनके पसंदीदा फलों की दावत दी गयी। हाथियों ने बड़े ही आनन्द से फल व सब्जियों का लुफ्त उठाया। दो दिन पूर्व 22 सितंबर को नेशनल एलिफेंट एप्रिसिएशन-डे के मौके पर जैसे ही हाथी जंगल से घूम कर वापस एसओएस हाथी संरक्षण गृह में आए तो उनके लिए कर्मचारियों ने पहले से ही उनके पसंदीदा फल व सब्जियों पपीता, केला, तरबूज, मक्का, गन्ना आदि को काटकर अच्छी तरह से उनके लिए सजाकर रखा गया था, जैसे ही हाथी वहां पर आए तो अपना पसंदीदा भोजन देखकर बड़े ही चाव के साथ पसंदीदा दावत का लुत्फ उठाया। वाइल्ड लाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने बताया कि यहां पर रहने वाले हाथियों को इस प्रकार शांतिपूर्ण पसंदीदा दावत का आनंद लेते हुए देखना हमारे दिल को खुशी से भर देता है। सह-संस्थापक और सचिव गीता शेषमणि ने कहा कि सभी हाथियों के पास एक अद्भुत समय था और उनको दावत का आनंद लेते हुए देखना हमारे लिए बेहद खुशी की बात थी, लेकिन निराशाजनक बात है कि आज भारत में लगभग 27 हजार जंगली हाथी रह गए हैं, जो कि एक दशक पहले एक लाख से अधिक थे।