मथुरा-डीग रोड चौड़ीकरण में 1300 पेड़ बचाने की कवायद शुरू
मथुरा। लोक निर्माण विभाग की मथुरा-डीग सड़क चौड़ीकरण परियोजना लम्बे समय से एनजीटी की अनुमति के इंतजार में अटकी पड़ी है। अब विभाग ने इसमें कटने वाले...
लोक निर्माण विभाग की मथुरा-डीग सड़क चौड़ीकरण परियोजना लम्बे समय से एनजीटी की अनुमति के इंतजार में अटकी पड़ी है। अब विभाग ने इसमें कटने वाले पेड़ों को बचाने की कवायद आरंभ कर दी है। इसके लिए विभाग डिवाईडर की चौड़ाई कम करने पर विचार कर रहा है। इससे करीब आधे पेड़ बचने की उम्मीद है।
लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड द्वारा मथुरा-गोवर्धन-डीग बार्डर तक के करीब 26 किमी लम्बा रोड फोरलेन बनाया जाना है। वर्ष 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसके लिए 136 करोड़ रुपये की स्वीकृति भी प्रदान की थी, लेकिन इसमें कटने वाले 2940 पेड़ों के कटान के चलते तब से अब यह परियोजना एनजीटी की अनुमति के इंतजार में अटकी हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इन पेड़ों को बचाने का प्रयास करने के निर्देश जारी किए है। लम्बा समय गुजरने के बाद अब विभाग ने इसमें कटने वाले पेड़ों को बचाने की कवायद आरंभ की है।