मथुरा धर्मनगरी में मिले दर्जनों विदेशी पर्यटक, जांच को पहुंचे अस्पताल
वृंदावन। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते शहर में किसी भी होटल, गेस्ट हाउस या आश्रम में किसी देशी-विदेशी यात्री के ठहरने पर रोक लगाए जाने के बावजूद दर्जनों विदेशी यात्रियों के एक होटल एवं अपार्टमेंट...
कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते शहर में किसी भी होटल, गेस्ट हाउस या आश्रम में किसी देशी-विदेशी यात्री के ठहरने पर रोक लगाए जाने के बावजूद दर्जनों विदेशी यात्रियों के एक होटल एवं अपार्टमेंट में ठहरने का मामला प्रकाश में आया है। एक रसियन महिला को जिला संयुक्त चिकित्सालय के आईसोलेशन वार्ड में रखा गया।
बता दें कि विश्व भर में महामारी बने कोरोना वायरस के चलते देश में भी विदेश से आने वाले पर्यटक को किसी भी होटल, गेस्ट हाउस एवं आश्रम में मेडिकल जांच एवं प्रशासन की अनुमति के बिना ठहराए जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जा चुका है। इसके बावजूद धर्मनगरी में विदेशी पर्यटकों के ठहरने के दो अलग-अलग मामले सामने आए हैं। पहले मामले में छटीकरा रोड स्थित एक होटल में ठहरे 15 विदेशी पर्यटक मेडिकल जांच के लिए जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे। बताया कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण होटल प्रबंधन पर प्रशासन की ओर से पड़ रहे दबाव के चलते उन्हें वहां के मैनेजर ने चिकित्सकीय परीक्षण कराकर आने और अपने देश वापस जाने के लिए कहा। इस पर वह लोग यहां परीक्षण के लिए आए हैं।
उन्होंने अस्पताल में अपनी जांच कर रिपोर्ट देने की मांग की। कहा कि वे अपने देश वापस जाना चाहते हैं। इसलिए उन्हें जांच रिपोर्ट तत्काल चाहिए। इस पर अस्पताल प्रबंधन द्वारा उन्हें जिला अस्पताल पहुंचकर सीएमओ कार्यालय से संपर्क करने के लिए कहकर रवाना कर दिया गया। ये सभी विदेशी पर्यटक आस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, जर्मनी एवं पोलैंड के बताए गए हैं। वहीं दूसरा मामला शाम करीब 4 बजे आया जब रमनरेती क्षेत्र स्थित रसियन हाउस (एपार्टमेंट) में बिना किसी अनुमति के पिछले कई दिनों से रह रहे करीब 70 विदेशी पर्यटक रुके हुए थे। इस बात की भनक जब कोतवाली पुलिस को लगी तो बिना समय गंवाए पुलिस तत्काल एपार्टमेंट पर पहुंच गई। कोतवाली प्रभारी संजीव कुमार दुबे ने बताया कि वहां रह रहे सभी विदेशी पर्यटकों को मेडिकल स्क्रीनिंग के लिए जिला संयुक्त चिकित्सालय भेजा गया है। इसके बाद वे सभी अपने देश वापस चले जाएंगे।