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यमुना पर ब्रह्म ऋषि देवराहा बाबा घाट का निर्माण शुरू

वृंदावन। देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्री एवं स्थानीय लोगों का यमुना के पक्के घाट पर स्नान करने का सपना जल्द ही साकार हो सकेगा। प्रदेश सरकार ने...

यमुना पर ब्रह्म ऋषि देवराहा बाबा घाट का निर्माण शुरू
हिन्दुस्तान टीम,मथुराSat, 07 Nov 2020 03:17 AM
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देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्री एवं स्थानीय लोगों का यमुना के पक्के घाट पर स्नान करने का सपना जल्द ही साकार हो सकेगा। प्रदेश सरकार ने यमुना किनारे ब्रह्मर्षि देवराहा बाबा की समाधि के सामने नवीन घाट के निर्माण की शुरुआत कर दी है। वृंदावन कुंभ मेला से पूर्व यह घाट बनकर तैयार हो जाएगा।

बता दें कि धर्मनगरी में करीब 100-150 वर्ष पूर्व यमुना किनारे विभिन्न राजा महाराजाओं एवं दानदाताओं द्वारा दो दर्जन से अधिक घाटों का निर्माण कराया था, जिनमें से अधिकांश घाट विलुप्त हो चुके हैं या फिर विलुप्त होने के कगार पर हैं। सिर्फ एक केसी घाट ही ऐसा पक्का घाट बचा है, जहां पर यमुना की धारा वर्तमान में प्रवाहित हो रही है। ऐसे में बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों समेत स्थानीय भक्तों को यमुना के कच्चे घाटों पर ही स्नान करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। तीर्थयात्रियों एवं भक्तों की यमुना के प्रति भावना और आस्था को देखते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में जुगलघाट से केसीघाट के मध्य पक्के घाटों के निर्माण (रिवर फ्रंट डवलपमेंट) की योजना शुरू की गई थी, लेकिन एक याचिकाकर्ता द्वारा एनजीटी एवं हाईकोर्ट में याचिका दायर किए जाने के बाद यह योजना खटाई में पड़ गई। इसका काम आज भी अधूरा पड़ा हुआ है। ऐसे में अब एक बार फिर से योगी सरकार ने उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद के प्रस्ताव पर यमुना किनारे संत देवराहा बाबा की समाधि स्थल के सामने नवीन घाट निर्माण की योजना को स्वीकृति प्रदान की है। इसमें ब्रह्मर्षि देवराहा बाबा के नाम से करीब 40 मीटर लंबे घाट का निर्माण किया जाना है।

शुक्रवार को कार्यदाई संस्था सिंचाई विभाग के अधिकारियों की निगरानी में ठेकेदार द्वारा नवीन घाटे के निर्माण कार्य की शुरुआत कर दी है। इसके तहत कुंभ मेला क्षेत्र में 40 मीटर लंबा घाट तैयार किया जाएगा। जहां पर देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्री समेत स्थानीय भक्त स्नान एवं यमुना आरती आदि कर सकेंगे। सात ही सैकड़ों लोग एक साथ स्नान कर सकेंगे। कार्यदायी संस्था के सुपरवाइज गुड्डू सिंह ने बताया कि घाट निर्माण के प्रथम चरण में यमुना के कटान को रोकने के प्रबंध किए जा रहे हैं। इसके बाद घाट का निर्माण कार्य तेज हो जाएगा। बताया कि फरवरी 2021 में आयोजित कुंभ मेला से पूर्व घाट का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।

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