यमुना पर गंभीरता से काम करे केंद्र : मुरारी बापू
प्रसिद्ध राम कथा व्यास संत मुरारी बापू यमुना मुक्ति को संघर्ष करने वाले संत रमेश बाबा से मिले व माताजी गोशाला भी गए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को यमुना को निर्मल संग अविरल बनाने के लिए...
प्रसिद्ध राम कथा व्यास संत मुरारी बापू यमुना मुक्ति को संघर्ष करने वाले संत रमेश बाबा से मिले व माताजी गोशाला भी गए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को यमुना को निर्मल संग अविरल बनाने के लिए गंभीरतापूर्वक कार्य करना चाहिए।
मुरारी बापू ने गौशाला देखी व गायों के लिए पांच लाख रुपये का अनुदान दिया। इस दौरान दोनों संतों में ब्रज के संरक्षण के साथ यमुना मुक्ति के लिए चर्चा हुई। मुरारी बापू ने कहा कि ब्रज के दिव्य पर्वतों पर भारी तबाही मची हुई है। यमुना मुक्तिकरण को भी चिंता व्यक्त की। बरसाना कथा में उन्होंने बताया कि आदि बद्री वकनकाचल जैसे पर्वतों की रक्षा होनी ही चाहिए। संतों की पीड़ा को समझना चाहिए। यमुना जी की अविरलता व निर्मलता को भारत सरकार को गंभीरता से कार्य करना चाहिए। उन्होंने रसिक संत विनोद बाबा से भी आश्रम पहुंचकर मुलाकात की।
बरसाना के कण-कण में राधा
कस्बे के राधबिहारी इंटर कॉलेज में आयोजित रामकथा में मुरारी बापू ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि इस दिव्य भूमि पर मुझे बीस साल बाद फिर से वृषभान दुलारी को कथा सुनाने का मौका मिला है। बरसाना वो दिव्य स्थल है, जहां के कण-कण में राधा का वास है। राम कथा के दौरान ब्रज के तमाम संत व भागवताचार्य तथा हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। कैबिनेट मंत्री चौ. लक्ष्मीनारायण ने मुरारी बापू का स्वागत किया।