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सेना और पुलिस की फर्जी आईडी के साथ पकड़े 28 लोग

आर्मी इंटेलीजेंस अधिकारियों व फरह पुलिस की संयुक्त चेकिंग में शुक्रवार को मथुरा-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर महुअन स्थित टोल पर आर्मी और पुलिस के फर्जी आईडी कार्ड धारकों को पकड़ा गया। कुछ लोग ऐसे थे,...

सेना और पुलिस की फर्जी आईडी के साथ पकड़े 28 लोग
हिन्दुस्तान टीम,मथुराFri, 07 Sep 2018 10:19 PM
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आर्मी इंटेलीजेंस अधिकारियों व फरह पुलिस की संयुक्त चेकिंग में शुक्रवार को मथुरा-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर महुअन स्थित टोल पर आर्मी और पुलिस के फर्जी आईडी कार्ड धारकों को पकड़ा गया। कुछ लोग ऐसे थे, जो किसी दूसरे का कार्ड स्कैन कराकर उसका उपयोग कर रहे थे। कुछ लोगों के पास उनके परिजनों के कार्ड मिले। इस मौके पर ज्यादातर लोगों को पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया गया। आधा दर्जन लोगों को शक के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। जिन सैन्य कर्मियों के कार्ड उनके रिश्तेदारों पर मिले हैं, उनके बारे में सैन्य अधिकारी अपने उच्चाधिकारियों को सूचित करेंगे।

उच्च अधिकारियों के आदेश पर शुक्रवार सुबह करीब 7.00 बजे से महुअन टोल पर आर्मी इंटेलीजेंस और फरह पुलिस ने सादा कपड़ों में संयुक्त कार्रवाई की। सैन्य और पुलिस कर्मी कर अलग-अलग बूथों पर खड़े हो गए। यहां पर उन वाहन सवारों के आईकार्ड चेक किए जाने लगे जो आर्मी और पुलिस के कार्ड दिखाकर टोल से फ्री में निकलते हैं। सुबह से देर शाम तक चले चेकिंग अभियान में बड़ी संख्या में फर्जीवाड़ा सामने आया। इस दौरान बहुत से ऐसे लोगों को चेतावनी देकर छोड़ा गया जो किसी न किसी का रौब दिखाकर टोल नहीं देना चाह रहे थे। इसके अलावा 28 लोग फर्जी आईडी के साथ मिले। इनमें से 23 लोगों के पास सेना की आईडी थी तो पांच के पास पुलिस की थी। जिन लोगों पर सेना की आईडी मिली उनमें से ज्यादातरों ने अपने परिजनों की असली आईडी को स्कैन कर लिया था। ऐसे लोगों को कुछ देर तक रोक पूछताछ की गई और चेतावनी के बाद छोड़ दिया गया। वहीं एक व्यक्ति के पास एक पुलिस कर्मी का परिचय पत्र मिला, जो उसका खो गया था।

मामले में ऑरिजनल आईडी के साथ मिले करीब आधा दर्जन लोगों को पूछताछ को हिरासत में ले लिया गया और फरह थाने ले जाया गया। वहां पुलिस द्वारा उन लोगों के फोन नंबर लेकर उनके निवास से संबंधित पुलिस थानों में जानकारी की गई। पता किया गया कि थानों में उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड तो नहीं है। पूछताछ करने के बाद उन लोगों को छोड़ दिया गया।

थाना प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि सेना के स्कैन किए हुए और अन्य 28 कार्ड मिले थे। जो लोग अपने परिजनों के सेना के कार्ड उपयोग कर रहे थे, उनके परिजनों के नाम आदि लेकर सैन्य अधिकारी अपने उच्चाधिकारियों को भेज देंगे।

टोल पर रौब दिखाने वाले लगे गिड़गिड़ाने

आईकार्ड दिखाकर रौब दिखाते हुए जो लोग बगैर टोल दिए निकलने का प्रयास कर रहे थे, उन्हें जब पता लगा कि पुलिस और सैन्य कर्मी यहां पूछताछ कर रहे हैं तो वे गिड़गिड़ाने लगे। सादा कपड़ों में अधिकारियों ने जब उनसे पूछताछ की तो पहले तो वह अपने आपको ड्यूटी पर दिखाने लगे, लेकिन जब उनको पता चला कि आर्मी इंटेलीजेंस और पुलिस द्वारा चेकिंग की जा रही है तो वे भीगी बिल्ली बन गए और भविष्य में ऐसा न करने की बात कह छोड़ने का अनुरोध करने लगे। बाद में इन लोगों को हिदायत देकर छोड़ दिया गया।

गंभीर हो सकता है सेना की आईडी का इस तरह उपयोग

फरह। सेना की जो आईडी इस चेकिंग अभियान में मिलीं, उनमें ज्यादातर स्केन की हुई थीं। जिन्हें जांच के दौरान हाथ में आते ही सैन्य अधिकारियों ने भांप लिया। ऐसे लोगों से मौके पर ही पूछताछ की गई और उन्हें छोड़ा गया। जिन पर परिजनों की आईडी थी, उन्हें थाने में ले जाकर पूछताछ की गई। वहां पर ऐसे लोगों के नाम, पते, मोबाइल नंबर नोट किए गए। उनके बारे में पुलिस ने जानकारी भी की। ऐसा माना जा रहा है कि सेना इस मामले को गंभीरता से लेगी। क्योंकि इस तरह के कार्डों से असामाजिक तत्व फायदा उठा सकते हैं।

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