
मारीच की तरह घुसा था, गोली लगते ही…दिशा पाटनी मामले में शूटर के एनकाउंटर पर बोले सीएम योगी
संक्षेप: लखनऊ के लोक भवन में एक समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा, 'आपने कल देखा कि महिला संबंधी अपराध में शामिल एक अपराधी दूसरे राज्य से यूपी आया था। वह संभवतः 'मारीच' (वेश बदलने में माहिर राक्षस) की तरह घुसा था।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बरेली में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर हुई गोलीबारी के मामले में एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार एक शूटर की तुलना राक्षस 'मारीच' से की। लखनऊ के लोक भवन में एक समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा, 'आपने कल देखा कि महिला संबंधी अपराध में शामिल एक अपराधी दूसरे राज्य से यूपी आया था। वह संभवतः 'मारीच' (वेश बदलने में माहिर राक्षस) की तरह घुसा था। लेकिन जब यूपी पुलिस की गोली उसे लगी, तो वह चिल्ला रहा था कि वह गलती से उत्तर प्रदेश में घुस आया और अब कभी ऐसा दुस्साहस नहीं करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा, हर उस अपराधी को राज्य से बाहर जाना ही करना होगा जो महिला सुरक्षा को नुकसान पहुंचाएगा, जो उनके सम्मान और आत्मनिर्भरता में बाधा बनने की कोशिश करेगा।

एक दिन पहले ही बरेली में पुलिस ने दो शूटरों का किया था एनकाउंटर
शुक्रवार की शाम बरेली के शाही में गोल्डी बराड़ गैंग के दो शूटरों से पुलिस की मुठभेड़ हुई थी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में बदमाश रामनिवास उर्फ दीपक उर्फ दीपू के पैर में गोली मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया था। बदमाश रामनिवास राजस्थान के जैतारण स्थित बेडकला का निवासी है। रामनिवास के साथ उसका साथी अनिल भी गिरफ्तार हुआ था। पुलिस की गोली लगने के बाद काफी देर तक बदमाश रामनिवास जमीन पर पड़ा कराहता रहा। बाद में वह लंगड़ाते हुए माफी मांगते भी नजर आया था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। वीडियो में वह कहता नजर आया, अब बाबा के यूपी कभी नहीं आएंगे सर। बाबा की पुलिस के आगे कभी नहीं आएंगे। दोनों बदमाशों पर बरेली एसएसपी ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इनाम की घोषणा के कुछ घंटे बाद ही पुलिस ने एनकाउंटर में दोनों को गिरफ्तार कर लिया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने बताया कि पुलिस ने आरोपी के पास से .32 बोर की पिस्तौल, चार कारतूस और चार खोखे बरामद किए। आर्य ने बताया कि पूछताछ में रामनिवास ने गोलीबारी में अपनी संलिप्तता स्वीकार की और यह भी बताया कि वह घटना के बाद से फरार था।
सख्ती से निपटेगी पुलिस, लगेगा गैंगस्टर
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि 12 सितंबर को रिटायर्ड डीएसपी के घर हुई फायरिंग के खुलासे के लिए टीमें गठित की गई थीं। दो अभियुक्त बुधवार को गाजियाबाद में मुठभेड़ में मारे गए। दो अभियुक्त शुक्रवार को दिल्ली में गिरफ्तार हुए हैं। रामनिवास उर्फ दीपू समेत दो अपराधियों को शाही में मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया है। दीपू के उसके साथी अनिल को भी गिरफ्तार किया गया है। अनिल से पूछताछ की जा रही है, वह लंबे समय से शूटर अरुण व रविंद्र के संपर्क में था और अपने गैराज से उन्हें वाहन उपलब्ध कराता था। उसके बारे में विस्तृत जानकारी के लिए एक टीम सोनीपत भेजी जाएगी। इस घटना में अब तक प्रकाश में आए सभी अपराधियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। इस घटना की विवेचना एसपी सिटी के नेतृत्व में गठित टीम कर रही है। इस घटना में करीब 25सौ सीसीटीवी देखे गए हैं। करीब 250 होटल ढाबों की जांच की गई है। सोशल मीडिया और सर्विलांस टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं। ऐसे संगठित अपराध करने वालों के विरुद्ध गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी।





