बोले मैनपुरी: इकरी में सुविधाएं भी नहीं पूरी पानी की टंकी भी अभी अधूरी
Mainpuri News - मैनपुरी। ब्लॉक कुरावली की ग्राम पंचायत इकरी में शामिल गांव जीगाना, नगला अनु, दतपुर, ढीपारी और अन्य मुजरा आज भी बुनियादी सुविधाओं से जूझ रहे हैं।
ब्लॉक कुरावली की ग्राम पंचायत इकरी में शामिल गांव जीगाना, नगला अनु, दतपुर, ढीपारी और अन्य मुजरा आज भी बुनियादी सुविधाओं से जूझ रहे हैं। करीब 6000 की आबादी वाले इस क्षेत्र में 3200 मतदाता रहते हैं, लेकिन विकास कार्य अधूरे पड़े हैं। हिन्दुस्तान के ‘बोले मैनपुरी अभियान में ग्रामीणों ने बताया कि जल निगम विभाग द्वारा डाली गई पाइपलाइन के चलते सड़कों का बुरा हाल है। दो वर्ष पूर्व शुरू हुआ पानी की टंकी का निर्माण कार्य अधूरा है। स्वास्थ्य केंद्र का भवन खंडहर हो चुका है, खेल का मैदान, लाइब्रेरी और श्मशान घाट जैसी सुविधाओं का अभाव है। कुरावली ब्लॉक की ग्राम पंचायत इकरी की सबसे बड़ी समस्या अधूरा पड़ा पानी की टंकी निर्माण कार्य है।
जल जीवन मिशन के तहत दो वर्ष पहले इस कार्य की शुरुआत हुई थी, लेकिन अभी तक टंकी पूरी तरह तैयार नहीं हो सकी। ग्रामीणों का कहना है कि यदि यह टंकी समय पर पूरी कर दी जाए तो पीने के पानी की समस्या खत्म हो सकती है। शासन को चाहिए कि निर्माण कार्य जल्द पूरा कराया जाए और टंकी तक जाने वाला मार्ग भी बनाया जाए। पाइपलाइन डालने के नाम पर पूरे गांव की सड़कें खोदी गईं। कुछ की मरम्मत हुई, पर कई सड़कें टूटी पड़ी हैं। लोगों को रोजाना की आवाजाही में दिक्कत हो रही है। ग्रामीण चाहते हैं कि सरकार टूटी सड़कों की मरम्मत प्राथमिकता से कराए ताकि परिवहन सुगम हो सके। स्वास्थ्य केंद्र भी जर्जर हालत में खड़ा है। भवन की दरारें और खराब कमरे इलाज में बाधा बन रहे हैं। यहां पर्याप्त चिकित्सक और दवाइयां उपलब्ध कराई जाएं और भवन की मरम्मत कराई जाए तो स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो सकती हैं। श्मशान घाट और बरातघर का अभाव ग्रामीणों के लिए गंभीर समस्या बना हुआ है। अंतिम संस्कार और शादियों के आयोजन के लिए लोगों को बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। शासन से मांग है कि इसके लिए तुरंत बजट जारी किया जाए। युवाओं के लिए खेल का मैदान नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि मैदान बना दिया जाए तो युवा खेलों में आगे बढ़कर जिले और प्रदेश का नाम रोशन कर सकते हैं। इसी तरह छात्रों के लिए डिजिटल लाइब्रेरी भी जरूरी है, ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी आसान हो सके। सफाई व्यवस्था बेहद कमजोर है। 6000 की आबादी पर केवल एक महिला सफाईकर्मी तैनात है। ग्रामीण चाहते हैं कि कम से कम दो और सफाईकर्मी नियुक्त किए जाएं ताकि गंदगी और बीमारी से निजात मिल सके। आवारा जानवर खेतों की फसलें बर्बाद कर रहे हैं और आए दिन हादसे भी हो रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि गौशाला स्थापित की जाए ताकि इस समस्या का स्थायी समाधान हो सके। इकरी पंचायत की आवाज साफ हैं, अधूरे विकास कार्य पूरे हों, नई सुविधाएं मिलें और शासन उनकी समस्याओं पर गंभीरता से कदम उठाए। बोले लोग ग्राम पंचायत इकरी की कुल आबादी 6000 है और यहां की मुख्य समस्याएं अधूरी पानी की टंकी, टूटी सड़कें और जर्जर स्वास्थ्य केंद्र हैं। जल जीवन मिशन के तहत 26 जनवरी 2022 को पानी की टंकी का कार्य शुरू हुआ था, जो अब तक अधूरा है। शासन से मेरी मांग है कि अधूरे कार्य पूरे कराए जाएं और नई योजनाओं का बजट जारी हो ताकि ग्राम पंचायत की दशा सुधर सके। - सुनंद्रा कुमारी, ग्राम प्रधान पंचायत में छात्रों के लिए लाइब्रेरी की सुविधा नहीं है। युवाओं को पढ़ाई के लिए पलायन करना पड़ता है। साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए यह बहुत जरूरी है। शासन से मांग है कि डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित कराई जाए। जिससे छात्रों को पढ़ाई में आसनी हो। - संजय गांव की कई सड़कें अब तक कच्ची पड़ी हैं। लोगों को आवागमन में काफी दिक्कत होती है। बरसात के दिनों में यह दलदल का रूप ले लेती हैं। शासन से अपील है कि इन्हें सीसी सड़कों में बदल दिया जाए। जिससे ग्रामीण को आवागमन सुगम हो। - नंदकिशोर गांव के कई विकास कार्य वर्षों से अधूरे पड़े हैं। बिजली पानी सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं। सरकार को जल्द बजट आवंटित कर तुरंत इन्हें पूरा कराया जाए तो ग्रामीणों की दशा सुधर सकती है। - राजकुमार सांसद निधि से बनीं सड़कें भी जल निगम की पाइपलाइन के चलते क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जिससे गांव के बुजुर्ग और बच्चों को परेशानी हाेती है। शासन को चाहिए कि इनकी मरम्मत कराकर गांवों में आवागमन को सुगम बनाया जाए। - करन सिंह आवारा जानवर खेतों की फसलें बर्बाद कर रहे हैं और हादसे भी बढ़ रहे हैं। आए दिन कोई न कोई घटना होती रहती है। ग्रामीणों की मांग है कि गौशाला बनाई जाए ताकि लोगों को इस समस्या से निजात मिल सके। और उनकी फसल भी बर्बाद न हो। - परशुराम खेल, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव गांव को पीछे धकेल रहा है। शासन को चाहिए कि प्राथमिकता से इन सुविधाओं की व्यवस्था करे। जिससे ग्रामीणों का भी जीवन सुखमय और राहत भरा हो। - नौरतन सिंह सरकारी हैंडपंप खराब हो चुके हैं। पानी के लिए लोगों को दूर भटकना पड़ता है। शासन को तुरंत खराब पड़े हैंडपंपों की मरम्मत करानी चाहिए ताकि पेयजल की समस्या खत्म हो सके। महिलाओं को सुबह से ही पानी के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े। - रविकांत शाक्य
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