काम बंद कर लेखपालों ने किया धरना-प्रदर्शन
लेखपाल संघ ने अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर जनपद की सभी तहसीलों में धरना प्रदर्शन कर सरकार से मांगें पूरी किए जाने की मांग की है। लेखपालों के धरना प्रदर्शन से पूरे दिन राजस्व से संबंधित कार्य ठप पड़े...
लेखपाल संघ ने अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर जनपद की सभी तहसीलों में धरना प्रदर्शन कर सरकार से मांगें पूरी किए जाने की मांग की है। लेखपालों के धरना प्रदर्शन से पूरे दिन राजस्व से संबंधित कार्य ठप पड़े रहे।
मंगलवार को तहसील परिसर में उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने धरना प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन एसडीएम को देते हुए मांग की है कि लेखपाल की शैक्षिक योग्यता स्नातक करने व पदनाम राजस्व निरीक्षक करके प्रारंभिक वेतनमान 2 हजार से बढ़ाकर 28 सौ से किया जाए। एसीपी विसंगति दूर की जाएं। राजस्व निरीक्षक के पदों पर सीधी भर्ती समाप्त करते हुए संशोधित राजस्व निरीक्षक नियमावली 2017 पारित की जाए। लेखपालों की पदोन्नति द्वारा राजस्व निरीक्षक के समस्त रिक्त पदों को भरा जाए। विषम परिस्थतियों में लेखपाल के निजी अनुरोध पर प्रदेश के किसी भी जनपद में स्थानांतरण करने संबंधी लेखपाल सेवा नियमावली में संशोधन किया जाए। और उन्हें लैपटाप व स्मार्ट फोन भी उपलब्ध कराएं जाएं। इस मौके पर शमसेर बहादुर सिंह चौहान, बृजेश सिंह राठौर, आदित्य कुमार दीक्षित जिलामंत्री, केपी सिंह चौहान, जयदीप कश्यप, गंभीर सिंह यादव, राकेश कुमार सक्सेना, दीप चंद्र वर्मा, सुमित कुमार पांडे, उमेश चंद्र, दयाराम शाक्य सहित अन्य लेखपाल धरना प्रदर्शन में मौजूद थे। किशनी में भी लेखपालों ने प्रदर्शन कर एक ज्ञापन सौंपा।
लेखपालों ने प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
कुरावली। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के बैनरतले तहसील के लेखपालों ने खंड विकास कार्यालय परिसर में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन करते हुए तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। मंगलवार को उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने तहसील के लगभग आधा सैकड़ा से अधिक लेखपालों ने प्रदेश शासन के समक्ष अपनी मांगे रखते हुए मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। लेखपालों की मांग थी कि लेखपालों की शौक्षिक योग्यता स्नातक करने,लेखपाल से नाम बदलकर राजस्व उपनिरीक्षक रखा जाये, वेतन विसंगतियां दूर करने, ग्रेड पे 2000 से 2800, लैपटाप, पेंशन बहाली, राजस्व निरीक्षक की भर्तियां केवल लेखपाल संवर्ग से भरी जायें। इस अवसर पर ब्लाक अध्यक्ष चंद्रकेत यादव, विनोद भारती, जगरूप, रेखा, रजनी, रजनेश पांडे, रामप्रसाद आदि लेखपाल मौजूद रहे।