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प्रशासन था मुस्तैद फिर भी औंछा में हो गया बाल-विवाह

अक्षय तृतीया के मौके पर एक तरफ प्रशासन ने बाल विवाह रोकने की रणनीति बना रखी थी। वहीं प्रशासन की मुस्तैदी के बावजूद दो स्थानों पर बाल विवाह किए जा रहे थे। औंछा क्षेत्र में तो बाल विवाह हो गया। वहीं...

प्रशासन था मुस्तैद फिर भी औंछा में हो गया बाल-विवाह
हिन्दुस्तान टीम,मैनपुरीWed, 08 May 2019 12:34 AM
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अक्षय तृतीया के मौके पर एक तरफ प्रशासन ने बाल विवाह रोकने की रणनीति बना रखी थी। वहीं प्रशासन की मुस्तैदी के बावजूद दो स्थानों पर बाल विवाह किए जा रहे थे। औंछा क्षेत्र में तो बाल विवाह हो गया। वहीं रामनगर क्षेत्र में भी बाल विवाह कराया जा रहा था। सूचना पर ये दोनों विवाह रुकवाए गए हैं। दोनों ही मामलों से जुड़े परिजनों को पुलिस बाल कल्याण समिति कार्यालय लेकर आई। जहां एक शादी रोकने के निर्देश दिए गए। वहीं देर शाम दूसरी शादी करने के निर्देश जारी कर दिए गए।

मंगलवार को औंछा पुलिस बाल विवाह की खबर पाकर गांव पहुंची वहां शादी हो चुकी थी। इसके बाद पुलिस शादी से जुड़े परिजनों को बाल कल्याण विवाह की न्यायपीठ के सामने लेकर पहुंची। सदस्य आराधना गुप्ता ने परिजनों से बाल वधू की उम्र के प्रमाण मांगे। लेकिन पिता आधार कार्ड लेकर पहुंचा। जिस पर जन्मतिथि 1999 दर्ज थी। लेकिन लड़के का पिता न्यायपीठ के सामने प्रमाण लेकर नहीं आया इसलिए दुल्हन की विदा रोकने के निर्देश दे दिए गए। उधर रामनगर के मामले में लड़की के परिजन लड़की की 18 साल की उम्र पूरी होने का प्रमाण लेकर पहुंचे। हालांकि इस मामले में प्रमाण मिलने के बाद शादी न रोकने का आदेश कर दिया गया। दोनों ही मामलों में महिला

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