तीन जमातियों में कोरोना के प्राथमिक लक्षण, मचा हड़कंप
दो मार्च को शामली से करहल आए थे दस जमाती 15 दिन करहल मस्जिद में रुके, इसके बाद आ गए घिरोर घिरोर में भी एक अप्रैल को जांच के दौरान पकड़े गए प्रशासन ने 33 जमातियों को अब तक किया है क्वारंटाइन...
आखिरकार वही हुआ जिसका डर था। अब तक कोरोना वायरस से मुक्त मैनपुरी में भी कोरोना ने दस्तक दे दी। यह दस्तक शामली से आए तीन जमातियों के कारण मैनपुरी में पहुंची है। 13 मार्च को मैनपुरी आए दस जमातियों में से तीन जमातियों में कोरोना वायरस के प्राथमिक लक्षण पाए गए हैं। यह खबर आने के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। कोरोना को लेकर पूरे जिले में डर और दहशत का माहौल फैल गया। जमाती करहल और घिरोर कस्बा में रहे। कोसमा में भी उनके जाने की सूचना है। स्वास्थ्य विभाग रिपोर्ट आने के बाद इन इलाकों को सेनेटाइज करने में जुट गया है। वहीं प्रारंभिक जांच से जुड़े तीनों जमाती को नवोदय विद्यालय से भोगांव सीएससी में आइसोलेट करा दिया गया है दो जमाती 70 वर्ष के आसपास है एक जमाती सत्रह साल का संक्रमित निकला हैं है
हजरत निजामुद्दीन मरकज में जमातियों को कोरोना संक्रमण मिलने के बाद मैनपुरी में भी प्रशासन ने 33 जमातियों को अब तक पकड़ा है। इनकी जांच कराई जा रही है। 33 में से 10 की निगेटिव रिपोर्ट आई है। शुक्रवार को सीएमओ डा. एके पांडेय ने इनमें से 13 जमातियों के सैंपल जांच के लिए सैफई मेडिकल कॉलेज भेजे थे। इसमें से तीन में कोरोना वायरस के प्राथमिक लक्षण पाए गए हैं। सीएमओ डा. एके पांडेय का कहना है कि प्राथमिक लक्षण मिले हैं। इनकी एक और जांच कराई जा रही है जिसकी रिपोर्ट देर रात तक आएगी। फिलहाल घिरोर कस्बे को सेनेटाइज कराया जा रहा है। उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत करा दिया गया है। यह जमाती कहां-कहां गए, किन-किन से मिले पूरा रिपोर्ट कार्ड तैयार हो रहा है। वहीं प्रारंभिक जांच से जुड़े तीनों जमाती को नवोदय विद्यालय से भोगांव सीएससी में आइसोलेट करा दिया गया है दो जमाती 70 वर्ष के आसपास है एक जमाती सत्रह साल का संक्रमित निकला हैं है। वहीं प्रारंभिक जांच से जुड़े तीनों जमाती को नवोदय विद्यालय से भोगांव सीएससी में आइसोलेट करा दिया गया है दो जमाती 70 वर्ष के आसपास है एक जमाती सत्रह साल का संक्रमित निकला हैं है
दो मार्च से 16 मार्च तक करहल में रहे जमाती
मैनपुरी। जिन जमातियों में यह लक्षण मिले हैं वह जमाती 2 मार्च को शामली से मैनपुरी के करहल आए थे। 16 मार्च को यह करहल से घिरोर पहुंच गए। घिरोर में यह 1 अप्रैल तक रहे जहां उन्हें मस्जिद से पकड़ा गया। चूंकि कोरोना के लक्षण 14 दिन बाद पैदा होते हैं इसलिए शुरुआती दौर में इन्हें लक्षण नहीं मिले लेकिन मैनपुरी स्वास्थ्य विभाग ने इनके सैंपल शुक्रवार को जांच के लिए भेजे तो रविवार को इनकी रिपोर्ट में प्राथमिक लक्षण पाए गए। इन तीनों को क्वारंटाइन कराया गया है।
घिरोर में फैली दहशत, 72 घंटे के लिए सीमाएं सील
घिरोर। शामली से आए तीन लोगों को कोरोना के प्राथमिक लक्षण मिलने की खबर आने के बाद कस्बा में हड़कंप मच गया। कस्बा स्थित बिलाल मस्जिद में दस जमाती 13 मार्च से ठहरे हुए थे। इन जमातियों को पहले मस्जिद से गीता पैलेस में आईसोलेट कराया गया था। इसके बाद इन्हें प्रशासन ने एंबुलेंस से जवाहर नवोदय विद्यालय भोगांव में शिफ्ट करा दिया। वहीं घिरोर सीमा को पुलिस प्रशासन ने 72 घंटे के लिए सील कर लिया है। किसी तरह का कोई आवागमन नहीं हो सकेगा।
घिरोर में जो बिलाल मस्जिद है वह अग्रवाल चौक के निकट है। इस इलाके में अत्यधिक घनी बस्ती है। मुस्लिम आबादी यहां अधिक है। यह जमाती 13 मार्च से यहां रुके हुए थे। इनका मोहल्ले के कई इलाकों में आना-जाना भी रहा। संक्रमण की जानकारी सामने आने के बाद एसडीएम अनिल कटियार, सीओ सिटी अभयनरायन राय, तहसीलदार मैनपुरी, स्वास्थ्य विभाग की टीमों को लेकर थाने पहुंच गए। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सबसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सेनेटाइज कराया। इसके बाद घिरोर थाने को सेनेटाइज कराया गया। कस्बा में यह खबर आने के बाद हड़कंप है। प्रशासन ने पूरे कस्बा को सील करा दिया है। जगह-जगह सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कस्बा करहल जाकर भी संबंधित स्थानों को चेक किया और सेनेटाइज किया। वहीं घिरोर सीमा को पुलिस प्रशासन ने