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नहीं रुक रहे विद्युत हादसे, सात माह में 13 लोगों की गई जान

मैनपुरी। विद्युत दुर्घटनाओं के बढ़ते मामले रोके जाएंगे। जिले में इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पिछले सात माह में 13 लोगों की मौत विद्युत दुर्घटनाओं में हो चुकी है। इतना ही नहीं 21 जानवर भी...

नहीं रुक रहे विद्युत हादसे, सात माह में 13 लोगों की गई जान
हिन्दुस्तान टीम,मैनपुरीWed, 17 Jan 2018 11:43 PM
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पिछले सात माह में 13 लोगों की मौत विद्युत दुर्घटनाओं में हो चुकी है। इतना ही नहीं 21 जानवर भी विद्युत करंट की चपेट में आकर जान गवां चुके हैं। डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ हुई बैठक में इन घटनाओं को रोकने के निर्देश जारी किए हैं। कहा गया है कि जर्जर लाइनों और ट्रांसफार्मरों के निकट सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं।

शहर हो या गांव या फिर कस्बाई इलाके हों। कहीं जर्जर लाइन तो कहीं ट्रांसफार्मर या फिर विद्युत विभाग के खंभों से जानलेवा हादसे हो रहे हैं। बरसात के दिनों में पहले इस तरह की घटनाएं अधिक होती थीं। लेकिन अब इस तरह के मामले हर मौसम में होने लगे हैं। यही वजह है कि एक जून 2017 से लेकर 31 दिसंबर 2017 के बीच हुए 34 हादसों में 13 लोगों की जान चली गई। इन हादसों में 21 जानवर भी मर गए। हालांकि विद्युत दुर्घटनाओं की पुष्टि होने पर मानव मौत होने पर चार लाख रुपए औ पशु की मौत होने पर 30 हजार रुपए की विभाग की ओर से मदद दी जाती है। इसी के चलते इन दुर्घटनाओं के शिकार सभी 13 लोगों के परिजनों को विद्युत विभाग अब तक 64 लाख रुपए की मदद भी दे चुका है। वहीं 21 पशुओं की मौत के मामलों में पीड़ितों को 6 लाख 30 हजार रुपए की मदद दी गई है।

जर्जर पोलों, लाइनों को बदलने के दिशा निर्देश

मैनपुरी। डीएम प्रदीप कुमार ने विद्युत दुर्घटनाएं रोकने के दिशा निर्देश जारी किए हैं। जर्जर पोलों को चिह्नित कर बदलने के लिए कहा गया है। ट्रांसफार्मर के आसपास जानवर और इंसानों को करंट से बचाने के उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। इतना ही नहीं बस्तियों और सड़कों के आसपास खेतों से होकर गुजरने वाली जर्जर लाइनों को बदलने के लिए भी कहा गया है कि ताकि विद्युत दुर्घटनाओं को रोका जा सके। इस मामले में एडीएम बीराम का कहना है कि जिले में सात महीने में विद्युत दुर्घटनाओं में 13 लोगों की जान गई है। ये अत्यधिक गंभीर मसला है। इस तरह के हादसे रोकने के निर्देश विद्युत अधिकारियों को दिए गए हैं।

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