तीन तलाक बिल पारित कराने के लिए मुस्लिम महिलाओं ने किया प्रदर्शन
मोदी सरकार के तीन तलाक बिल के समर्थन में गुरुवार को जिले की मुस्लिम महिलाओं ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि सरकार द्वारा लोकसभा में पारित कराए गए...
मोदी सरकार के तीन तलाक बिल के समर्थन में गुरुवार को जिले की मुस्लिम महिलाओं ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि सरकार द्वारा लोकसभा में पारित कराए गए विधेयक को राज्यसभा में भी पारित कराया जाए। महिलाओं के इस प्रदर्शन से जिले की राजनीति में चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
गुरुवार को जिले के विभिन्न हिस्सों से कलक्ट्रेट पहुंची मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक के बिल के समर्थन में प्रदर्शन किया। मुस्लिम महिलाओं का कहना था कि मोदी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए एक बार में तीन तलाक के खिलाफ जो कानून बनाया है उससे मुस्लिम महिलाओं को हौसला मिला है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मोदी सरकार ने लोकसभा में तीन तलाक के खिलाफ विधेयक पारित कराया लेकिन विपक्षी दलों ने राज्यसभा में अपना बहुमत होने के चलते इस बिल को पास नहीं होने दिया है। मुस्लिम महिलाओं ने मांग की राष्ट्रपति सभी राजनीतिक दलों को एक मंच पर लेकर आएं और तीन तलाक के बिल को राज्यसभा में भी पारित कराया जाए। ताकि पूरे देश की मुस्लिम महिलाओं के स्वाभिमान सम्मान की सुरक्षा हो सके।
इस दौरान नौशावा, आबिदा, अंजुम, इमराना, सीबा, असीमा, नूरजहां बेगम, सायरा, समीना बेगम, यासमीन, संजीदा, निकहत परवीन, साकिया, टीसीमा आदि महिलाएं मौजूद रहीं।
महिलाओं के प्रदर्शन को लेकर शुरू हुई चर्चाएं
मैनपुरी। गुरुवार को मुस्लिम महिलाओं द्वारा तीन तलाक के खिलाफ किए गए प्रदर्शन को लेकर जिले के राजनीतिक दलों में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी हैं। भाजपा मुस्लिम महिलाओं के इस प्रदर्शन को मोदी सरकार की बड़ी जीत बता रही है। वहीं विपक्षी दल कांग्रेस और सपा के लोग महिलाओं के इस प्रदर्शन को भाजपा प्रायोजित बता रहे हैं। भले ही इस प्रदर्शन को लेकर राजनीतिक चर्चाएं हो रही हों लेकिन जिस तरह मुस्लिम वर्ग की महिलाओं ने कलक्ट्रेट आकर ज्ञापन देने का जो हौसला दिखाया है वह अपने आप में बड़ा सवाल है। वहीं इस मामले में जिलाध्यक्षआलोक गुप्ता का कहना है कि मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक के खिलाफ जो प्रदर्शन किया है उसके लिए महिलाएं बधाई की पात्र हैं। मोदी सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं को बड़ा हक दिया है।