भगवान चंद्रप्रभु व पार्श्वनाथ का जन्म-तप कल्याणक हर्षोल्लास से मनाया
Mainpuri News - मैनपुरी। नगर के सभी मंदिरों पर गुरुवार को 1008 पारसनाथ भगवान, चंद्रप्रभु भगवान का जन्म, तप कल्याणक महोत्सव धूमधाम से मनाया गया।

नगर के सभी मंदिरों पर गुरुवार को 1008 पारसनाथ भगवान, चंद्रप्रभु भगवान का जन्म, तप कल्याणक महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। जैन समाज के लोगों ने प्रात: श्रीजी का अभिषेक किया गया। शांतिधारा कर विश्व में सुख समृद्धि व शांति की मंगल कामना की। करहल रोड स्थित लोहाई जैन मंदिर से शोभायात्रा प्रारंभ हुई। शोभायात्रा में बैंड धार्मिक जैन भजनों की ध्वनि बिखेर रहा था। श्वेत वस्त्रों में अनंत कुमार जैन, प्रभाष चंद्र जैन, अरुण कुमार जैन, सुरेश चंद जैन, नरेश चंद्र जैन,उमेश चंद्र जैन, संजय जैन, विशाल जैन, रमेश चंद्र जैन, संजय जैन, अभय कुमार, श्रवण कुमार जैन, राजीव जैन, सुशील जैन, बृजेश जैन, शैलेश मोदी, आदेश जैन, प्रमोद जैन आदि शामिल थे। श्रीजी के रथ पर खाबासी के रूप में अर्पित जैन श्रीजी को लेकर बैठे थे। इंद्र के रूप में गौतम जैन, शुभम जैन चंवर ढुलाते चल रहे थे। सारथी के रूप में राकेश जैन रथ को हांक रहे थे।
पंडित कमल कुमार जैन ने बताया कि 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ को जैन पुराणों के अनुसार तीर्थंकर बनने के लिए 9 जन्म लेने पड़े थे। दसवें जन्म के तप के फलत: वह 23 वें तीर्थंकर बने। 8 वें तीर्थंकर चंद्रप्रभु जन्म के समय चंद्रमा के रंग के थे। इसलिए उनका नाम चंद्रप्रभु रखा गया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।