उजड़ चुके चमन को तुम प्यार दो बहार दो...
नगर के होली पब्लिक स्कूल में बुधवार की शाम कवि नाथूराम शाक्य की स्मृति में काव्यगोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी का शुभारंभ साहित्यकार श्रीकृष्ण मिश्र ने...
होली पब्लिक स्कूल में हुई काव्यगोष्ठी, सुनाई कविताएं
मैनपुरी। नगर के होली पब्लिक स्कूल में बुधवार की शाम कवि नाथूराम शाक्य की स्मृति में काव्यगोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी का शुभारंभ साहित्यकार श्रीकृष्ण मिश्र ने कवि नाथूराम शाक्य व श्रीचंद्र वर्मा ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जन्म ग्राम बड़ेरी में हुआ था। उन्होंने बृज भाषा में रचनाएं लिखीं। वहीं छंद, सवैया की भी रचना की।
काव्यगोष्ठी में डा. मनोज कुमार सक्सेना ने पढ़ा कि उजड़ चुके चमन को तुम प्यार दो बहार दो, अधखिली कली को तुम साज दो, श्रृंगार दो...। कवि बदनसिंह मस्ताना ने सुनाया कि नया वर्ष दे आपको नित्य नई मुस्कान। बड़ी उम्र के साथ हो नित्य नया उत्थान। श्रीचंद्र वर्मा ने पढ़ा कि कर गए बलिदान अपना मातृ भूमि के लिए। रामप्रकाश पांडेय ने पढ़ा कि सब कामगार चले विरह में कोई दिल्ली है।,बहुत दिनों के बाद नींद में सोई दिल्ली है...। इस अवसर पर कवि बिजेंद्र सिंह सरल, अभय शर्मा, डा. अनुराग दुबे, विद्या सागर शर्मा, शिशुपाल सिंह चौहान, समर्थ सोती, संकल्प दुबे, प्रशांत भदौरिया, बालकराम राठौर, विनोद माहेश्वरी आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता कवि रामप्रकाश पांडेय ने की।