बरनाहल नगर पंचायत बनने से पहले ही विरोध शुरू
बरनाहल को नगर पंचायत का दर्जा दिए जाने का विरोध शुरू हो गया है। सोमवार को नगर पंचायत में शामिल किए जाने वाली ग्राम पंचायत के प्रधानों ने डीएम को ज्ञापन देकर मांग कि उनकी ग्राम पंचायतों को बरनाहल से न...
बरनाहल को नगर पंचायत का दर्जा दिए जाने का विरोध शुरू हो गया है। सोमवार को नगर पंचायत में शामिल किए जाने वाली ग्राम पंचायत के प्रधानों ने डीएम को ज्ञापन देकर मांग कि उनकी ग्राम पंचायतों को बरनाहल से न जोड़ा जाए। ऐसा होने से गांव के गरीबों पर टैक्स की भरमार हो जाएगी। जिससे लोग गांव से पलायन करने पर मजबूर होंगे । ग्राम पंचायत बरनाहल को नगर पंचायत का दर्जा दिए जाने के प्रयास चल रहे हैं। शासन के निर्देश पर डीएम मैनपुरी में इसका प्रस्ताव मंजूरी के लिए शासन को भेज दिया है। नगर पंचायत में सराय मुगलपुर के गांव हकीमपुर के अलावा ग्राम पंचायत मढ़ा मई तथा निबहरा को जोड़ा गया है। पहले आबादी कम होने के चलते यह प्रस्ताव शासन ने वापस भेज दिया था। लेकिन आबादी को पूरा करा कर मंजूरी के लिए यह प्रस्ताव दो दिन पहले ही मैनपुरी से लखनऊ भेजा गया है। ग्राम प्रधान बरनाहल सुशीला देवी, ग्राम प्रधान धर्मेंद्र कुमार तथा ग्राम प्रधान निवहरा प्रतिनिधि बलवीर कुमार ने डीएम को ज्ञापन दिया और कहा कि गांव हित में उनके गांव नगर पंचायत से ना जोड़ा जाए। मढ़ामई के प्रधान का कहना है उनकी ग्राम पंचायत घिरोर तहसील में आती है जबकि बरनाहल करहल तहसील का हिस्सा है। इसके अलावा हकीमपुर गांव सराय मुगललपुर गांव से जुड़ा हुआ है । इसलिए नियमानुसार वरनाहल नगर पंचायत का दर्जा पाने के योग्य नहीं है। कुछ लोग नियम विरुद्ध बरनाहल को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। नगर पंचायत बनने से गांव से जुड़े इलाके तमाम टैक्स के दायरे में आ जाएंगे ।यहां के लोग खेती-किसानी से भरण पोषण करते हैं। इसलिए उन्हें टैक्स के बोझ तले न दाबा जाए।