मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने दोषियों पर कार्रवाई की तैयारी शुरू की
ऑक्सीजन की कमी से मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। मंगलवार को डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जीवनरक्षक उपकरण और दवाओं में लापरवाही न बरतने के निर्देश जारी...
ऑक्सीजन की कमी से मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। मंगलवार को डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जीवनरक्षक उपकरण और दवाओं में लापरवाही न बरतने के निर्देश जारी किए। वहीं किशनी की घटना के बाद ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं। मंगलवार को कांग्रेसियों ने सीएमओ को ज्ञापन भी दिया। प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने घटना पर दुख जताया है और पीड़ित परिवार की मदद करने के निर्देश कांग्रेसियों को दिए हैं। किशनी में पीड़ित परिवार से मिलने के बाद मंगलवार को जिलाध्यक्ष कांग्रेस संकोच गौड़ के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने सीएमओ को ज्ञापन दिया गया। जिसमें जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर नाराजगी जताई गई। कहा गया कि किशनी में बच्चे की मौत दुखद है। इसके लिए जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर सुरेश राठौर, विनीता शाक्य, नीरज श्रीवास्तव, मनोज शाक्य, मनोज चतुर्वेदी, अरविंद यादव, फैय्याज अहमद सिद्दीकी आदि मौजूद रहे। एंबुलेंस चालक की भी गलती सामने आयीकिशनी। मासूम की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को भी जांच जारी रखी। जांच में अभी तक एंबुलेंस चालक की गलती सामने आयी है। माना जा रहा है कि एंबुलेंस चालक के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई कर सकता है। एएनएम की कार्यशैली भी जांच के घेरे में हैं। जांच अधिकारी सीएम यादव ने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया है। मंगलवार को भी इस संबंध में स्वास्थ्य कर्मियों से पूछताछ की गई है। वहीं अभी तक पीड़ित की ओर से कोई शिकायत नहीं आयी है। लेकिन फिर भी मामले में जो भी दोषी हैं उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। रविवार को नगर के सीएचसी केन्द्र पर लापरवाही के चलते एक नवजात की मौत हो गयी थी। मौत के बाद परिजनों ने हंगामा काटा था। जिस कारण काफी बवाल मचा था। और अगले ही दिन प्रभारी सीएमओ को सीएचसी पर आकर जांच करनी पड़ी थी। सीएमाओ की जांच के बाद मंगलवार को सीएचसी पर सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद दिखी। महिला डॉक्टर ने स्थाई रूप से अस्पताल का चार्ज संभाल लिया है। वहीं आरोप लगाने वाली महिला ने कोई शिकायती पत्र नहीं दिया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच डॉ. सीपी शुक्ला व अश्वनी अरोरा को सौंपी गई है। चाक चौबंद नजर आयीं व्यवस्थाएं किशनी। सीएमओ के स्वास्थय केन्द्र निरीक्षण के वाद मंगलवार को सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद नजर आयीं। सीएमओ के निर्देश के बाद मंगलवार को सभी स्वास्थ्य कर्मी समय से पहुंचे और मरीजों का गंभीरता से परीक्षण करते देखा गया। डॉ. रशमी जौहरी ने बताया कि इस हादसे के बाद अस्पताल में सभी स्वास्थ्य कर्मियों को अलर्ट रहने के निर्देश मिले हैं जो लापरवाही करता हुआ पाया जाएगा। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वर्जन ऑक्सीजन की कमी से मासूम की हुई मौत की जांच लगभग पूरी हो चुकी है। दो सदस्यीय टीम ने एंबुलेंस चालक और एक स्वास्थ्यकर्मी की भूमिका संदिग्ध पायी है। जांच में दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।