गृह विज्ञान में 2293, हिन्दी में 2530 ने छोड़ दिया मैदान
मैनपुरी। मंगलवार को बोर्ड परीक्षा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हो गई। पहले दिन गृह विज्ञान की परीक्षा में 2293 परीक्षार्थी मैदान छोड़ गए। वहीं इंटर हिन्दी के पेपर में 2530 परीक्षार्थियों ने मैदान...
बोर्ड परीक्षा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंगलवार को शुरू हो गई। पहले दिन गृह विज्ञान की परीक्षा में 2293 परीक्षार्थी नहीं आए। वहीं इंटर हिन्दी के पेपर में 2530 अनुपस्थित रहे। पहली पाली में 19014 में से 4823 परीक्षार्थी परीक्षा देने नहीं आए। डीएम, एसपी के अलावा सेक्टर मजिस्ट्रेटों की टीमें पूरे समय परीक्षा केंद्रों पर नजर रखे रहीं।
डीएम, एसपी करते रहे केंद्रों का भ्रमण
मैनपुरी। जिलाधिकारी प्रदीप कुमार, पुलिस अधीक्षक राजेश एस़ ने करहल क्षेत्र के कई विद्यालयों का दोनों पालियों में व्यवस्थाएं परखीं। उन्होंने कहा कि नकल में लिप्त पाए जाने वाले केंद्र व्यवस्थापक बख्शे नहीं जाएंगे, यदि किसी केंद्र पर नकल होते पाई गई या नकल की शिकायतें प्राप्त हुई तो ऐसे परीक्षा केंद्रों को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। परीक्षा की निगरानी के लिए लगाए गए सेक्टर, स्टेटिक मजिस्ट्रेटों पर भी पैनी नजर रखी गई।
पहली पाली में 4823 ने छोड़ दिया मैदान
मैनपुरी। बोर्ड परीक्षा के पहले दिन पहली पाली में हाईस्कूल गृह विज्ञान की परीक्षा में 10574 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी। लेकिन इनमें से 2293 परीक्षार्थियों ने मैदान छोड़ दिया। 8281 परीक्षार्थी ही गृह विज्ञान की परीक्षा देने पहुंचे। पहली पाली में इंटरमीडिएट के साहित्यिक हिन्दी विषय का पेपर था। इस परीक्षा के लिए 8440 परीक्षार्थियों को पहुंचना था। लेकिन हिन्दी का पेपर देने में भी परीक्षार्थियों के पसीने छूट गए। इनमें से 2530 परीक्षार्थी परीक्षा देने नहीं आए। 5910 परीक्षार्थी ही हिन्दी की परीक्षा देने पहुंचे।
अव्यवस्थाओं के चलते परेशानियों से जूझते रहे शिक्षक और परीक्षार्थी
मैनपुरी। मंगलवार को बोर्ड परीक्षा का पहला दिन अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ा रहा। घिरोर में निर्धारित समय से 20 मिनट बाद परीक्षा शुरू हो सकी तो वहीं किशनी में बिजली की व्यवस्था न होने से सीसीटीवी कैमरे बंद नजर आए। हालांकि सख्ती के चलते अधिकारी और परीक्षार्थी सहमे दिखे। पहले ही दिन एक परीक्षार्थी को मोबाइल के साथ पकड़ा गया। उसके खिलाफ किशनी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
घिरोर के जीआईसी परीक्षा केंद्र पर ठीक 7:30 बजे सेक्टर मजिस्ट्रेट रामप्रसाद पहुंचे तो वहां केंद्र व्यवस्थापक साधना राजपूत गायब थीं। वे पांच मिनट बाद स्कूल पहुंची। सेक्टर मजिस्ट्रेट को देरी से आने का कोई जवाब वे नहीं दे पाईं। इसके बाद सेक्टर मजिस्ट्रेट ने केंद्र व्यवस्थापक के कक्ष को खुलवाया। वहां अंधेरा था। मजिस्ट्रेट ने अपने मोबाइल की बैटरी से रोशनी कराकर प्रश्नपत्र खुलवाए। पौने आठ बजे तक प्रश्नपत्रों का कक्ष निरीक्षक इंतजार करते दिखे। इसके बाद प्रश्नपत्र पहुंचे तब परीक्षा शुरू हो सकी।
बरनाहल। बोर्ड परीक्षा के पहले दिन पुलिस अलर्ट पर नजर आई। थाना प्रभारी धर्मेंद्र दहिया ने सभी पांच परीक्षा केंद्रों की निगरानी की। नकलविहीन परीक्षा के लिए दो टीमें बनाई गईं। मोहन इंटर कॉलेज लाखनमऊ में एसआई अर्जुन सिंह, शिक्षा सागर इंटर कॉलेज में एसआई राजबहादुर सिंह, वर्णी इंटर कॉलेज में एसआई धर्मेंद्र मलिक तथा एके इंटर कॉलेज में एसआई अभय सिंह, अनार सिंह इंटर कॉलेज में एसआई गौरव राठी ने सुरक्षा व्यवस्थाएं संभाली। सख्ती के चलते वर्णी में गृह विज्ञान में 39 में से 2, इंटर हिन्दी में 68 में से 21, मोहन इंटर कॉलेज में इंटर में 15 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। वर्णी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ब्रजकिशोर शर्मा ने बताया कि ड्यूटी होने के बाद भी सर्वोदय इंटर कॉलेज के शिक्षक बाबूराम, धर्मवीर सिंह, रविंद्र सिंह और सरमन सिंह इंटर कॉलेज गणेशनगर के शिक्षक सुनील कुमार, किशन सिंह परीक्षा में नहीं पहुंचे। डीआईओएस को इनकी जानकारी दी गई है।
किशनी में मोबाइल के साथ पकड़ा गया छात्र, मामला दर्ज
मैनपुरी। बोर्ड परीक्षा के पहले दिन ही किशनी कस्बा के तिलकनगर स्थित डीएएनएम इंटर कॉलेज के कक्ष संख्या 4 में एक छात्र को मोबाइल के साथ पकड़ा गया। सचल दल प्रभारी नाजिर सिंह की टीम ने तलाशी के दौरान छात्र अफजल पुत्र इकबाल को मोबाइल के साथ पकड़ा। केंद्र प्रभारी दिनेश अवस्थी ने आरोपी छात्र के खिलाफ किशनी थाने में परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का प्रयोग करने का आरोप लगाकर तहरीर दी। जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
बीस फीसदी परीक्षार्थियों ने छोड़ी परीक्षा
कुरावली। मंगलवार को माध्यमिक बोर्ड परीक्षा शांतिपूर्ण माहौल में प्रारंभ हुई। पहले ही दिन देवनागरी इंटर कॉलेज में प्रथम पाली में 107 तथा द्वितीय पाली में 65 तथा लल्लू सिंह इंटर कॉलेज में प्रथम पाली में 66 तथा द्वितीय पाली में 85 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ी। परीक्षा के दौरान एसडीएम शिवप्रसाद ने सभी केंद्रों का निरीक्षण किया। देवनागरी इंटर कॉलेज में सुबह की पाली में हाईस्कूल परीक्षा में 239 परीक्षार्थियों में से 47 ने तथा इंटर की हिंदी प्रथम की परीक्षा के दौरान 160 में से 60 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। शाम की पाली में 445 में से 65 ने परीक्षा छोड़ दी। लल्लू सिंह इंटर कॉलेज में सुबह की पाली में हाईस्कूल के 219 में से 45 ने तथा इंटरमीडिएट के 81 में से 21 ने तथा शाम की पाली में 393 में से 85 परीक्षार्थियों ने तथा मलिखान सिंह इंटर कॉलेज में हाईस्कूल के पंजीकृत आठ में आठ उपस्थित रहे तथा इंटरमीडिएट के 69 में 36 ने परीक्षा छोड़ दी। शाम की पाली में 787 में से 105 ने परीक्षा छोड़ दी।
प्रशासन की कड़ाई से नकलचियों के हौसले पस्त
करहल। प्रशासन की कढ़ाई के चलते नकलचियों के पसीने छूट गए हैं। समय समय पर डीएम, एसडीएम व शिक्षा विभाग के अधिकारी विद्यालय में घूमते नजर आए। वहीं दूसरी तरफ सीसीटीवी कैमरे से भी नकल कराने वालों के मंसूबे फेल दिखे। मंगलवार को डीएम ने जैन इंटर कॉलेज, आजाद हिंद इंटर कॉलेज, नरसिंह इंटर कॉलेज, राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में निरीक्षण किया। निरीक्षण से शिक्षकों के भी हाथ पैर फूले रहे।
परीक्षा में दिखी सख्ती
कुसमरा। यूपी बोर्ड की परीक्षा में सरकार के प्रयासों का असर पहले दिन दिखा जिसके कारण प्रशासन ने मतदान की तरह परीक्षा केंद्रों को सीसीटीवी और कई व्यवस्थाओं से लैस कर दिया था। जिसका असर यह रहा कि नगर व क्षेत्र के ज्यादातर परीक्षा कें द्रों पर नकल से पास होने वालों ने परीक्षा देना उचित नहीं समझा और परीक्षा छोड़ दी।
पहली बार बोर्ड परीक्षा देने का मौका मिला है। थोड़ा सा डर लग रहा था। लेकिन परीक्षा देने के बाद डर दूर हो गया। आज गृह विज्ञान का पेपर था।
श्रद्धा, छात्रा
बोर्ड परीक्षा को लेकर मन में भय था। सुबह उठने के बाद से ही परीक्षा की तैयारियों को लेकर डर बना हुआ था। पेपर अच्छा गया। उसके अच्छे नंबर आएंगे।
कंचन, छात्रा
बोर्ड परीक्षा में कठिन सवाल आते हैं। शिक्षकों ने यह बताया था। लेकिन पेपर ज्यादा कठिन नहीं था। मैं अच्छे नंबरों से पास हो जाऊंगी।
जॉली, छात्रा
परीक्षा केंद्र में इस बार बहुत सख्ती की गई। सभी छात्राएं डरी हुई थीं। सब की पूरी तरह से तलाशी ली गई। परीक्षाएं ऐसे ही होनी चाहिए।
दिव्या, छात्रा