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विकसित उत्तर प्रदेश @ 2047 अभियान को लेकर लिया गया फीडबैक

Maharajganj News - महराजगंज में ग्राम चौपाल और गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ डिग्री कॉलेज में 2047 तक उत्तर प्रदेश को विकसित करने के लिए गोष्ठी का आयोजन किया गया। सेवानिवृत्त आईएसएस नागेश्वर उपाध्याय ने इस लक्ष्य पर...

Newswrap हिन्दुस्तान, महाराजगंजTue, 16 Sep 2025 04:55 AM
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विकसित उत्तर प्रदेश @ 2047 अभियान को लेकर लिया गया फीडबैक

महराजगंज, वरिष्ठ संवाददाता। समर्थ उत्तर प्रदेश, विकसित उत्तर प्रदेश @2047 प्रबुद्धजन संवाद के मद्देनजर सदर ब्लाक के ग्राम करमहा में ग्राम चौपाल और गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ डिग्री कॉलेज चौक बाजार में गोष्ठी का आयोजन हुआ। इसमें लोगों से अभियान को लेकर फीडबैक लिया गया। चौपाल में सेवानिवृत्त आईएसएस नागेश्वर उपाध्याय ने कहा कि वर्ष 2047 भारत की स्वतंत्रता का शताब्दी वर्ष है। प्रधानमंत्री का लक्ष्य 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में लाना है। यह अवधारणा देश के सभी प्रदेशों के विकास के बल पर ही संभव है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा प्रदेश है और इसको 2047 तक विकसित करना उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य है।

इसके तहत नागरिक समूहों से संवाद कर उनके सुझाव आमंत्रित किया जा रहा है, ताकि 2047 तक उत्तर प्रदेश को विकसित बनाने का रोडमैप तैयार किया जा सके। प्रदेश सरकार ने कुल 12 सेक्टर को चयनित किया गया है, जिन पर विशेष फोकस किया जाना है। सेवानिवृत्त कृषि निदेशक प्रमोद पांडेय ने कहा कि अर्थोपार्जन सभी का प्राथमिक उद्देश्य है। यहां कृषि में नवाचार की आवश्यकता है। पीजी कॉलेज से सेवानिवृत्त एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. घनश्याम शर्मा ने कहा कि सरकार की मंशा उत्तर प्रदेश को 2047 तक विकसित करने के लिए आपके सुझावों को महत्व देना है। इससे पूर्व सीडीओ अनुराज जैन ने सभी अतिथियों का ग्राम चौपाल में स्वागत किया। ग्रामीणों में किसानों, महिलाओं, शिक्षकों और युवाओं ने अपने मुद्दों को रखा। इसके बाद गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ पीजी कालेज चौक बाजार के योगीराज बाबा गंभीरनाथ सभागार में अभियान के अंतर्गत शिक्षाविदों और छात्रों के साथ संवाद कार्यक्रम हुआ। सेवानिवृत्त आईएएस ने शिक्षा, स्वास्थ्य एवं डिजिटल नवाचार विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा कि आज के युग में शिक्षा को रोजगार एवं स्वरोजगारपरक बनाने की आवश्यकता है। शिक्षा अब केवल ज्ञानार्जन तक सीमित न रहकर मार्गदर्शन का माध्यम बने, इसका प्रयास सबको करना होगा। इस अवसर पर डॉ. घनश्याम शर्मा, डॉ. प्रमोद कुमार पांडेय (सेवानिवृत्त, कृषि निदेशक) ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया। संचालन दिग्विजय नाथ इंका के प्रवक्ता डॉ. राकेश कुमार तिवारी ने किया। इस अवसर पर एसडीएम सदर जितेंद्र कुमार, डीआईओएस प्रदीप कुमार शर्मा, बीएसए रिद्धि पांडेय, महाविद्यालय के प्राचार्य लेफ्टिनेंट डॉ. रामपाल यादव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।