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पति आजादी के लिए लड़े, पत्नी लगा रही चक्कर

पति आजादी के लिए लड़े, पत्नी लगा रही चक्कर

संक्षेप: Maharajganj News - महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। देश को आजाद कराने के लिए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों

Wed, 13 Aug 2025 10:00 AMNewswrap हिन्दुस्तान, महाराजगंज
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महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। देश को आजाद कराने के लिए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के साथ अंग्रेजों से लोहा लेने वाले सदर ब्लॉक के ग्राम बांसपार बैजौली गांव के निवासी स्व. संतबली को इतने दिनों बाद भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का दर्जा नहीं मिल सका है। उनकी मृत्यु के बाद पत्नी मुराती देवी पति को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का दर्जा दिलाने के लिए अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रही हैं, लेकिन उन्हें अब तक यह हक नहीं मिल सका है। बांसपार बैजौली के बाजार टोला के रहने वाले स्व. संतबली को अंग्रेजों की पराधीनता स्वीकार नहीं थी। यही कारण है कि प्रोफेसर शिब्बन लाल सक्सेना का साथ पकड़कर वे देश को आजाद कराने की लड़ाई में कूद पड़े थे।

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हालांकि, सिस्टम की चूक से देश की आजादी के बाद इन्हें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का दर्जा नहीं मिल सका। उनके पुत्र चुल्हाई का कहना है कि पिता को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी घोषित किए जाने के लिए अनेक अभिलेखीय दस्तावेज व साक्ष्य मौजूद हैं। लेकिन केवल आश्वासन ही मिलता चला आ रहा है। उनकी पत्नी मुराती देवी ने बताया कि देश को आजाद कराने के लिए अपना सब कुछ लुटा देने वाले पति को इंसाफ नहीं मिल सका है। बेटा चुल्हाई दूसरों के यहां मजूदरी करके परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं, लेकिन वह हार नहीं मानेंगी। तत्कालीन डीएम ने दिया था प्रशस्ति पत्र स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को देखते हुए तत्कालीन डीएम ने गणेश शंकर विद्यार्थी स्मारक इंटर कॉलेज में आयोजित स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व सेनानी उत्तरधिकारियों को प्रशस्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में दिसंबर 1992 में स्व. संतबली को प्रशस्ति पत्र दिया था। इस पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन उत्तर प्रदेश के प्रांतीय महामंत्री चंद्रप्रकाश, परगना अधिकारी सदर अरूण कुमार श्रीवास्तव व तत्कालीन अधिकारी के हस्ताक्षर भी हैं। अपना हक पाने के लिए संघर्ष करते हुए 29 मई 2018 को हुई उनकी मृत्यु हो गई। छत पर तिरंगा व घर में देशभक्तों की लगी है फोटो वे इतने बड़े भक्त थे कि जब भी वह घर निकलते थे अपने कंधे पर तिरंगा लेकर निकलते थे। आज भी उनके छत पर हर दिन तिरंगा झंडा लहराता रहता है। घर के बाहर और अंदर देशभक्तों महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल आदि की फोटो लगी है।