
टेट की अनिवार्यता के विरोध में महासंघ ने सौंपा ज्ञापन
संक्षेप: Maharajganj News - महराजगंज में शिक्षकों और पदाधिकारियों ने टेट परीक्षा की अनिवार्यता के खिलाफ प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि 20-25 साल से नौकरी कर रहे शिक्षकों को टेट पास करने के लिए कहा जा रहा है, जो...
महराजगंज, निज संवाददाता। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ से जुड़े शिक्षकों और पदाधिकारियों ने टेट की अनिवार्यता के खिलाफ प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। इस मामले में प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप करने की मांग की। शिक्षकों ने कहा कि शिक्षकों को नौकरी करते 20-25 साल हो गए। जब नौकरी दी गई तो वे सभी अर्हता पूरी कर रहे थे। अब टेट परीक्षा पास करने को कहा जा रहा है। गलत तथ्य पेश किया गया, जिससे शिक्षकों के लिए सुप्रीम कोर्ट से टेट परीक्षा पास करने का निर्णय आया है। कहा कि सरकार से मांग करते हैं कि कोर्ट के सामने सही तथ्य पेश करे, जिससे शिक्षकों को न्याय मिल सके।

पूरे जिले से भारी संख्या में शिक्षक बीएसए कार्यालय पहुंचे। वहां से डीएम कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन दिया। जिलाध्यक्ष ऋषिकेश गुप्ता ने कहा कि बुजुर्ग शिक्षकों को टेट परीक्षा पास करने की बात उचित नहीं है। जिला महामंत्री पवन कुमार शुक्ला ने कहा कि गलत तथ्यों को प्रस्तुत किया गया है। प्रधानमंत्री को चाहिए की पुनः पुनर्विचार याचिका दायर भारत शिक्षकों से स्टेट की अनिवार्यता को समाप्त कराया जाए। मंत्री अभय दुबे, अटेवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष टीपी सिंह ने कहा पुराने शिक्षकों को टेट से मुक्त किया जाए। इस दौरान जिला कार्यकारी अध्यक्ष जेडी अंसारी, राकेश अग्रहरी, गिरीन्द्र नाथ मिश्र, अंकुर श्रीवास्तव, आनंद सिंह, संजय मौर्य, अजय पाल वर्मा, डॉ. विनय सिंह, दिनेश पांडेय, इसरावल अली, प्रमोद श्रीवास्तव, आशुतोष कश्यप, आनंद कुमार, आनंद पाल गौतम, हरप्रीत सिंह, अंजनी गुप्ता, अनिल कुमार गोपाल, कृपा राज, मृगांक जायसवाल, पवन सिंह, अभिलेख सिंह, मुकेश चौहान, कृष्णा नंद पटेल, संजय चौधरी, संजय पासवान, अवधेश कुमार, रामसूरत, परवीन, शमां खातून सहित बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।

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