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गन्ना सर्वे: सट्टा पर्ची के लिए मृतक किसानों के नाम पर भी भर दिया घोषणा पत्र

गन्ना सर्वे में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है। गन्ना आयुक्त ने फर्जी, भूमिहीन व डबल बांड वाले किसानों का सत्यापन के लिए गन्ना विभाग को निर्देश दिए थे। इसके क्रम में गन्ना विभाग के सत्यापन में 492...

गन्ना सर्वे: सट्टा पर्ची के लिए मृतक किसानों के नाम पर भी भर दिया घोषणा पत्र
हिन्दुस्तान टीम,महाराजगंजSun, 15 Sep 2019 01:57 AM
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गन्ना सर्वे में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है। गन्ना आयुक्त ने फर्जी, भूमिहीन व डबल बांड वाले किसानों का सत्यापन के लिए गन्ना विभाग को निर्देश दिए थे। इसके क्रम में गन्ना विभाग के सत्यापन में 492 किसान ऐसे मिले हैं, जिन्होंने फर्जी तरीके से गन्ना पर्ची हासिल करने के लिए खूब मनमानी की। गड़ौरा, सिसवा व घुघली क्षेत्र के 53 किसानों ने अपने परिवार के मृतक के नाम से घोषणा-पत्र भरकर जमा कर दिया। मामला पकड़ में आने के बाद हड़कंप मचा है। अब इन किसानों का घोषणा पत्र निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है। इन किसानों के नाम से गन्ना पर्ची जारी नहीं हो सकेगी।

पेराई सत्र 2019-20 के लिए जिले में गन्ना क्षेत्रफल के आकलन को गन्ना सर्वेक्षण नीति जारी की गई थी। गन्ना सर्वेक्षण कार्य पांच मई से 30 जून तक कराए गए थे। इस दौरान किसानों को अपने गन्ना क्षेत्रफल के संबंध में आवश्यक दस्तावेज के साथ अपना घोषणा पत्र देना था। गन्ना विभाग ने गन्ना समिति के कर्मचारियों व मिल के कर्मचारियों की संयुक्त टीम बनाई थी। इस टीम ने गन्ना परिक्षेत्र में पहुंचकर गन्ने की खेती का सर्वे किया था। सर्वे के दौरान किसानों ने घोषणा पत्र के साथ आधार कार्ड, बैंक पासबुक व जन सुविधा केंद्र से प्राप्त राजस्व खतौनी जमा किया था। लेकिन पिछले वर्ष पर्ची की समस्या को देखते हुए गन्ना किसानों ने गलत तरीके से गन्ना तौलाने के लिए लिए डबल बांड तक भर कर जमा कर दिया। इनमें 304 डबल बांड, 53 मृतक व 135 किसानों ने दूसरे का खेत दिखाकर सर्वे करा लिया। लेकिन गन्ना कर्मचारियों के सत्यायन किए जाने के बाद ऐसे किसानों की कलई खुल गई है। अब ऐसे किसानों का घोषणा पत्र निरस्त करने की तैयारी की जा रही है।

गन्ना आयुक्त ने फर्जी, भूमिहीन व डबल बांड वाले गन्ना किसानों का सत्यायन कराने का निर्देश दिया था। अब तक कराए गए सत्यापन के दौरान 492 किसान ऐसे मिले हैं, जिन्होंने फर्जी तरीके से गन्ना पर्ची हासिल करने के लिए गलत घोषणा पत्र भर कर दिया था। ऐसे किसानों का घोषणा पत्र निरस्त कराया जा रहा है।

जगदीश यादव, जिला गन्ना अधिकारी

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