कोरोना के साथ दिमागी बुखार से निपटने की तैयारी
कोरोना संक्रमण के साथ प्रशासन इंसेफेलाइटिस से निपटने की तैयारी में जुटा है। डीएम की अध्यक्षता में एसडीएम व नोडल अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें डीएम ने सभी अधिकारियों को इंसेफेलाइटिस से बचाव के लिए...
कोरोना संक्रमण के साथ प्रशासन इंसेफेलाइटिस से निपटने की तैयारी में जुटा है। डीएम की अध्यक्षता में एसडीएम व नोडल अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें डीएम ने सभी अधिकारियों को इंसेफेलाइटिस से बचाव के लिए खाका तैयार करने का निर्देश दिया। कहा कि बीमारी से बचाव में किसी प्रकार की लापरवाही न होने पाए। जहां लापरवाही मिलेगी वहां कार्रवाई जरूर की जाएगी। डीएम ने कहा कि दस्तक अभियान की सफलता पर ही इंसेफेलाटिस की सफलता निर्भर है। अभियान खराब हुआ तो दिमागी बुखार कई बच्चों को आगोश में ले सकता है। ऐसे में सभी आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री घर-घर दस्तक देकर प्रत्येक परिवार को पूरा खाका तैयार करेंगी। प्रत्येक घर के दरवाजे पर दस्तक अभियान का पर्ची चस्पा कर लोगों को बचाव की जानकारी देंगी। 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चे को बुखार होने पर कर्मचारी उसे चिकित्सक के पास पहुंचाने में सहयोग करेंगी। परिवार को पीड़ित बच्चे के शरीर पर ठंडा पानी से पोछा लगाने की सलाह दें। इसके साथ ही गांवों में साफ सफाई, शुद्ध पानी की व्यवस्था कराएं। हैंडपंपों में क्लोरीन की गोली डलवाएं। सीएमओ नियमित रूप से इसका निरीक्षण करें। जो भी लापरवाही करे उसके खिलाफ कार्रवाई करें। बैठक में सीडीओ पवन अग्रवाल, सीएमओ एके श्रीवास्तव, एसडीएम सदर आरबी सिंह, अपर एसडीएम अविनाष कुमार, पीडी राजकरन पाल सिंह आदि मौजूद रहे।
तेज बुखार आए तो हेल्पलाइन नंबर पर दें सूचना
डीएम ने कहा कि तेज बुखार होने या कोरोना संक्रमण व इंसेफेलाइटिस का संदेह होने पर सूचना के आदान प्रदान के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। परिवार का कोई भी सदस्य हेल्पलाइन नंबर 1800-180-5146 पर फोन करके सूचना देकर स्वास्थ्य लाभ उठा सकता है। इस नंबर का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कराएं।
कलक्ट्रेट में भी कंट्रोल रूम बना
डीएम ने बताया कि कलक्टे्रट भवन में भी कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। यहां भी कोविड19, एईएस/जेईएस/ संचारी तथा बाढ़ से सम्बन्धित सूचनाओं को दे सकते हैं। हेल्पलाईन नम्बर 05523222161, 7518526772 व 9454416312 है। यहां फोन करने पर तत्काल राहत मिलेगी।
नोडल अधिकारी गांवों का भ्रमण कर देंगे रिपोर्ट
कोरोना संक्रमण, इंसेफेलाइटिस पर नियंत्रण के लिए प्रत्येक गांव में तैनात नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह प्रत्येक माह में कम से कम दो बार गांवों में जाएं। भ्रमण कर वहां की स्थिति का रिपोर्ट तैयार कर उपलब्ध कराएं। बचाव व राहत के लिए जरूरी उपाय किया जाएगा।