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बुद्ध की शरण में सबसे ज्यादा भारतीय

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बुद्ध की शरण में सबसे ज्यादा भारतीय
हिन्दुस्तान टीम,महाराजगंजFri, 09 Jun 2023 12:10 PM
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हिन्दुस्तान टीम, महराजगंज

तथागत भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी पहुंचने वाले विदेशी पर्यटकों में भी सर्वाधिक संख्या भारतीयों की है। लुंबिनी में घरेलू पर्यटकों के साथ भारत व तीसरे देशों के लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है। पिछले पांच महीनों में जून तक कुल चार लाख 70 हजार 542 पर्यटक लुंबिनी पहुंचे हैं। जबकि पिछले साल इसी अवधि में तीन लाख 62 हजार 56 लोग ही लुंबिनी घूमे थे।

इस साल जनवरी से मई तक 67 देशों के 34 हजार चार सौ 13 पासपोर्ट धारक, 3,24 268 नेपाली और 1,11861 भारतीय नागरिकों ने बुद्ध की जन्मस्थली का भ्रमण किया है। जबकि पिछले साल 2,687 पासपोर्ट धारकों, 289,594 नेपाली और 69,775 भारतीय नागरिकों ने लुम्बिनी देखा था। नेपाली और भारतीय नागरिकों के अलावा थाईलैंड के आठ हजार 247, श्रीलंका के पांच हजार 721, म्यांमार के पांच हजार 398, वियतनाम के तीन हजार 235, कोरिया के दो हजार 629, चीन के एक हजार 208 और सात हजार 675 नागरिक शामिल हैं।

2021 में कोरोना काल में 68 देशों के 1,197 पासपोर्ट धारकों ने लुम्बिनी का दौरा किया। इसी तरह जनवरी 2020 में 13 हजार एक सौ सात, फरवरी में 21 हजार छह सौ 67 और मार्च में 8 हजार तीन सौ 63, फिर नवंबर में 3 और दिसंबर में 23 और कुल 45 हजार में 2 हजार एक सौ 66 तीन सौ 29 लोग लुंबिनी पहुंचे थे। इससे पहले 2019 में नेपाली, भारतीय और तीसरे देशों से कुल 15 लाख 58 हजार 326 लोगों ने लुंबिनी की यात्रा की थी।

लुंबिनी विकास कोष के उपाध्यक्ष अवधेश कुमार त्रिपाठी (भिक्षु मेटेया) ने कहा कि लुम्बिनी में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि पर्यटन उद्योग के लिए एक सकारात्मक संदेश है। उन्होंने कहा कि इससे ​​स्थानीय अर्थव्यवस्था में वृद्धि होगी और रोजगार और आय के अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा केवल मायादेवी मंदिर परिसर में प्रवेश करने वालों का है। तमाम पर्यटक ऐसे हैं जो मायादेवी मंदिर में प्रवेश नहीं करते, लेकिन लुंबिनी घूमने आते हैं।

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