निपुण टेस्ट में महराजगंज ने लगाई छलांग, यूपी में दूसरे स्थान पर
Maharajganj News - महराजगंज के परिषदीय विद्यालयों में सुधार का असर दिखने लगा है। निपुण टेस्ट में महराजगंज ने 34वें स्थान से छलांग लगाते हुए यूपी में दूसरा स्थान प्राप्त किया। गोरखपुर मंडल में पहले स्थान पर है। 80...

महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। महराजगंज के परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के कायाकल्प करने, मॉडल बनाने व शैक्षणिक वातावरण दुरूस्त किए जाने का असर भी दिखने लगा है। निपुण टेस्ट में पिछले वर्ष महराजगंज जहां 34वें स्थान पर था, वहीं इस वर्ष जबरदस्त छलांग लगाते हुए यूपी में दूसरे स्थान पर काबिज हो गया है। गोरखपुर मंडल में तो पहले स्थान पर है। परिषदीय प्राथमिक,उच्च प्राथमिक विद्यालयों व कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई लिखाई के स्तर के आकलन के लिए निपुण टेस्ट हुआ था। इसमें कक्षा एक से कक्षा तीन तक के बच्चों का एक दिन व कक्षा चार से कक्षा आठ व कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के विद्यार्थियों का परीक्षा दूसरे दिन हुई थी।
परीक्षा को नकल विहीन, सूचितापूर्ण ढंग से पूरा कराने के लिए भारी भरकम टीम लगाई गई थी। प्रत्येक विद्यालय पर एक-एक पर्यवेक्षक के अलावा ब्लाक व जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम भी रही। बच्चों ने ओएमआर शीट पर परीक्षा दी। परीक्षा के बाद ओएमआर शीट को सरल एप पर अपलोड कर उसका मूल्यांकन किया है। परीक्षा के बाद जिलों की ग्रेडिंग की गई तो महराजगंज के बच्चों की कमाल की प्रतिभा दिखी।
जिला समन्वयक प्रशिक्षण अखिलेश वर्मा ने कहा, निपुण असेसमेंट में महराजगंज जिले को प्रदेश में दूसरा और मंडल में पहला स्थान मिला है। यह सब शिक्षकों की कड़ी मेहनत का नतीजा है। आगे भी यह बढ़त बरकार रहेगी।
कन्नौज पहले स्थान पर
उत्तर प्रदेश की रैंकिंग की जो रिपोर्ट आयी है, उसमें उत्तर प्रदेश में कन्नौज 84.31 प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर है। वहीं महराजगंज 83.26 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर है। बिजनौर को तीसरा, वाराणसी को चौथा व अम्बेडकर नगर को पांचवां स्थान मिला है। पिछले साल महराजगंज 34वें स्थान पर था।
महराजगंज को मिला ए ग्रेड प्लस
गोरखपुर मंडल में महराजगंज ग्रेडिंग में पहले नंबर पर है। महराजगंज को ए प्लस ग्रेड मिला है। वहीं सबसे खराब प्रदर्शन गोरखपुर का है। गोरखपुर को डी ग्रेड मिला है। देवरिया व कुशीनर को ए ग्रेड मिला है।
80 फीसदी स्कूल निपुण हुए
निपुण टेस्ट के अलावा डायट द्वारा भी 276 विद्यालयों को निपुण असेसमेंट कराया गया था। इसमें डायट प्राचार्य अभिजीत सिंह व नोडल प्रवक्ता सुनील कुमार के निर्देशन में डीएलएड प्रशिक्षुओं द्वारा निपुण असेसमेंट कराया गया। प्राथमिक विद्यालय सिसवा मंुशी व अमरूतिया खास में तकनीकी गड़बड़ी से निपुण असेसमेंट नहीं हो सका। निपुण असेसमेंट में जनपद के 80 फीसदी विद्यालय निपुण पाए गए हैं। असेसमेंट करने के लिए डायट स्तर से डीएलएड प्रशिक्षुओं की 30 टीम तैयार की गई थी। हर टीम को एक दिन में दो विद्यालय का निपुण असेसमेंट करना था।
टेस्ट में इन विषयों का हुआ आंकलन
निपुण टेस्ट में कक्षा एक से तीन की हिन्दी व गणित का टेस्ट हुआ। दूसरे दिन कक्षा चार से पांच का हिन्दी, गणित, अंग्रेजी, पर्यावरण अध्ययन व कक्षा छह से आठ तक की हिन्दी, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान का टेस्ट लिया गया।
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